शेहला राशिद के पिता ने बेटी पर लगाए कई गंभीर आरोप, JNU की पूर्व छात्र नेता ने आरोपों से किया इनकार

0

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पूर्व छात्र नेता और कार्यकर्ता शेहला राशिद के पिता अब्दुल राशिद शोरा ने सोमवार को अपनी बेटी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। शोरा ने बेटी के एनजीओ के खिलाफ जांच शुरू करने की मांग की और आरोप लगाया कि कश्मीर घाटी में राजनीति से जुड़ने के लिए शेहला ने धन लिए थे। हालांकि, शेहला ने अपने पिता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है।

शेहला राशिद

जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद ने अपने पिता के बयान को ‘आधारहीन और बकवास बताया’। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा के मामले में परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद एक अदालत ने 17 नवंबर को श्रीनगर आवास में उनके पिता के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। संवाददाता सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक को संबोधित तीन पन्ने का एक पत्र जारी करते हुए शोरा ने दावा किया कि उन्हें अपनी बेटी शहला, उनके सुरक्षा गार्ड, बहन और उनकी मां से जान का खतरा है। शोरा ने दावा किया, ‘‘उसने (शेहला) कश्मीर में राजनीति में शामिल होने के लिए पूर्व विधायक इंजीनियर राशिद और कारोबारी जहूर वताली से तीन करोड़ रुपये लिए थे।’’

आतंकवाद के वित्तपोषण में कथित संलिप्तता के लिए राशिद और वताली को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछल साल गिरफ्तार किया था। जेएनयू की पूर्व छात्र नेता राजनीति में शामिल हो गई थीं और आइएएस टॉपर शाह फैसल द्वारा शुरू जेके पॉलिटिकल मूवमेंट की संस्थापक सदस्य बनी थीं। शोरा ने शेहला द्वारा चलाए जाने वाले गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ), और अपनी बेटियों और उनकी मां के बैंक खातों की जांच की भी मांग की।

हालांकि, इसके जवाब में शेहला ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘आप में से कई लोगों ने मेरे पिता द्वारा मुझ पर, मेरी मां और बहन पर लगाए गए आरोपों का वीडियो देखा होगा। कम शब्दों में और स्पष्ट तौर पर कहूं तो वह अपनी पत्नी को पीटने वाले, गाली-गलौज करने वाले शख्स हैं। हमने उनके खिलाफ कदम उठाने का फैसला किया और इसके जवाब में उन्होंने यह हथकंडा अपनाया।’’ शहला ने आरोपों को ‘‘बेबुनियाद और बकवास’’ बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी मां ने जीवन भर काफी हिंसा, प्रताड़ना का सामना किया। वह परिवार के कारण चुप रह गई। अब हम उनकी (पिता) इस हरकत के खिलाफ बोलने लगे तो उन्होंने भी हमें बदनाम करना शुरू कर दिया।’’ शहला ने कहा कि किसी को भी उनके पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। (इंपुट: भाषा के साथ)

Previous articleहरियाणाः BJP को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक ने सरकारी पद से दिया इस्तीफा, किसान आंदोलन के समर्थन में लिया फैसला
Next articleकिसान आंदोलन की कवरेज करने पहुंचे आज तक के रिपोर्टर और कैमरामैन को किसानों ने भगाया, बोले- ये मोदी का बिकाऊ चैनल है, चमचागिरी करते हो