देश में महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराध रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। इस बीच, झारखंड के गुमला जिले में दशहरे के दिन मेले से लौट रही दो नाबलिग आदिवासी चचेरी बहनों से सामूहिक बलात्कार के आरोपी 10 में से सात अन्य आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इस मामले में शामिल एक आरोपी पहले ही आत्महत्या कर चुका है।
गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारिब ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) को गिरफ्तारियों की सूचना देते हुए बताया कि 15 अक्टूबर को दशहरे के मेले से लौट रहीं दोनों नाबालिग चचेरी बहनों से बलात्कार करने के आरोपी शेष सात व्यक्तियों को पुलिस ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी कर धर दबोचा और सभी को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि गुरदरी थाना क्षेत्र के इस मामले से जुड़े दो नामजद आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी जबकि एक आरोपी ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में कुल 10 आरोपी थे। मंगलवार को गिरफ्तार सातों आरोपियों की पहचान सन्नी देवल भगत (20), धर्मचंद भगत (26), सतीश भगत (21), सोमेश्वर भगत (22), अर्जुन उरांव (22), संजय उरांव (25) और महेश उरांव (19) के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ बलात्कार से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डीए, जान से मारने की कोशिश की धारा 307/509 एवं पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि, 15 अक्टूबर की रात्रि दशहरे के मेले से लौटने के दौरान तीन मोटरसाइकिल सवार दस आरोपियों ने इनके 20 वर्षीय भाई को मारपीट कर भगा दिया था तथा दोनों नाबालिग बहनों को अगवा कर जंगल में लेजाकर उनसे बारी बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया था।