आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पार्टी लगभग टूट चुकी है। पार्टी को गुरुवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उनकी पार्टी के चार राज्यसभा सांसदों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करने के बाद चंद्रबाबू नायडू को एक और बड़ा झटका है। राज्यसभा में तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) के कुल 6 राज्यसभा सांसदों में से 4 सदस्यों ने अपनी पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। इस बड़ी घटना से उच्च सदन में पार्टी टूट की कगार पर पहुंच गई है।
जिन चार राज्यसभा सांसदों ने पार्टी से इस्तीफा दिया उसमें वाईएस चौधरी, टीजी वेंकटेश, सीएम रमेश और जी मोहन राव शामिल हैं। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चारों सांसदों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। वहीं, सांसद जीएम राव अस्वस्थ होने की वजह से शामिल नहीं हुए, लेकिन वह बाद में पार्टी में शामिल होंगे।
फिलहाल चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ विदेश में छुट्टी बिता रहे हैं। बता दें कि टीडीपी के राज्यसभा सांसद टीजी वेंकटेश, वाईएस चौधरी, जीएम राव और एम रमेश ने गुरुवार को अपना इस्तीफा उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को सौंपते हुए टीडीपी के विधानमंडल दल का भाजपा में विलय करने का प्रस्ताव पारित किया।
TDP MPs of Rajya Sabha- YS Chowdary, CM Ramesh, TG Venkatesh, join BJP in presence of BJP Working President JP Nadda. TDP Rajya Sabha MP GM Rao to formally join later as he is unwell. pic.twitter.com/IU6ximVYtd
— ANI (@ANI) June 20, 2019
राज्यसभा में छह सदस्यों वाली टीडीपी के चार सदस्य अलग गुट बनाकर भाजपा का समर्थन करने से उनपर दलबदल कानून लागू नहीं होता। टीडीपी से अलग गुट बनाने वाले सदस्यों ने राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू को पत्र लिखकर अपने फैसले से अवगत करा दिया है। उल्लेखनीय है कि चार सदस्यों का समर्थन मिलने से उच्च सदन में बहुमत के संकट से जूझ रही भाजपा को राहत मिलेगी। भाजपा की अगुवाई वाले राजग के पास राज्यसभा में फिलहाल बहुमत नहीं है।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता वाली टीडीपी के राज्यसभा में छह सदस्य हैं और दलबदल विरोधी कानून के मुतबिक किसी दल से अलग हुये नये गुट को तभी मान्यता मिलेगी जबकि उसके दो तिहाई सदस्य इस गुट में शामिल हों। राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है। उच्च सदन में सर्वाधिक 71 सदस्यों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है।