कोरोना लॉकडाउन: सलमान खान ने ली 25,000 मजदूरों की जिम्मेदारी, पिता सलीम खान ने कही दिल जीतने वाली बात

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कोरोना वायरस के कारण पूरा देश इस समय लॉकडाउन में है। लॉकडाउन की वजह से देश के कई हिस्सों में लोगों को बहुत परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। दिहाड़ी मजदूरों और गरीब-वंचित समाज के लिए लॉकडाउन के चलते काफी समस्याएं खड़ी हो गई हैं जिसके चलते बॉलीवुड के कई सितारे संकट की इस घड़ी में डोनेट कर रहे हैं। वहीं, सलमान खान ने 25,000 दिहाड़ी मजदूरों के लिए फरिश्‍ता बनकर आए हैं। सलमान ने मजदूरों के खर्च की जिम्‍मेदारी ली है। बेटे के इस नेक काम पर पिता सलीम खान भी खुश हैं।

सलमान खान

‘मिड-डे’ से बातचीत में सलीम खान से सलमान के इस योगदान के बारे में सवाल किया गया तो उन्‍होंने कहा, ‘मैं (सलमान के 25,000 मजदूरों की मदद करना) इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, क्योंकि मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इतना जरूर कहूंगा कि खान परिवार में हमेशा से यह आदर्श रहे हैं कि हमारा पैसा दूसरों के काम आना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा पैसा जहां जाए, वहां दिखना चाहिए और किसी के काम आना चाहिए।’

सलीम खान ने आगे कहा कि वह और उनका परिवार बिल्‍ड‍िंग में काम करने वाले गार्ड्स के खाने की व्‍यवस्‍था कर रहा है। सलमान खान के सिक्‍योरिटी गार्ड्स भी लॉकडाउन में साथ ही रह रहे हैं और उनके भी हर जरूरी खर्च की देखभाल की जा रही है। हमें अपने कर्मचारियों की देखभाल करनी चाहिए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान खान ने लॉकडाउन के कारण ‘सलमान खान फिल्‍म्‍स’ और ‘सलमान खान टीवी’ के सभी कर्मचारियों को एडवांस सैलरी भी दे दी है। सलमान खान फिल्म्स (SKF) के एक सूत्र ने खुलासा किया है कि, ‘सलमान अपने स्टूडियो में उन लोगों के राशन का भी ध्यान रख रहे हैं जिनको इनकी सख्त जरूरत है।’

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गौरतलब है कि, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात देश को संबोधित करते हुए ऐलान किया था कि ‘आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होगा, उन्होंने कहा कि ये लॉकडाउन कर्फ्यू की तरह ही होगा।’ लॉकडाउन की वजह से देश के कई हिस्सों में बहुत सारे लोग रास्तों में फंस गए है, उनकों बहुत परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है।

उन बेबस और असहाय लोगों के सामने खाने-पीने और रहने की गंभीर समस्या है। इसके बाद दिल्ली और कुछ अन्य शहरों से मजूदरों और गरीबों के अपने घरों के लिए पैदल निकलने की खबरें आ रही हैं। दिल्ली-गाजियाबाद सीमा के रास्ते बुधवार से सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर मीलों की दूरी तय कर घर जा रहे हैं।

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