नोएडा ‘फर्जी एनकाउंटर’ मामले पर संसद में हंगामा, राज्यसभा स्थगित

0

राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में जिम संचालक जितेंद्र यादव के कथित ‘फर्जी एनकाउंटर’ के मामले को लेकर सोमवार (5 फरवरी) को संसद में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर भारी शोरगुल और हंगामा किया। सपा सांसदों ने इस मामले पर स्थगन प्रस्ताव लाते हुए तत्काल चर्चा कराने की मांग की।

Photo: Hindi.Oneindia.com

सभापति एम वेंकैया नायडू के शून्यकाल की घोषणा करने के बाद सपा के नरेश अग्रवाल ने नोएडा में फर्जी मुठभेड़ का मामला उठाया। उसके साथ ही सपा और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने लगे। इसी के साथ कांग्रेस के के वी पी रामचन्द्र राव एक पोस्टर लेकर सदन के बीच में आ गए।

इस बीच नायडू ने कहा कि नियम 267 के तहत फर्जी मुठभेड़ मामले को नहीं उठाया जा सकता है। सदस्य इसे दूसरे रूप में उठा सकते हैं। उन्होंने अग्रवाल को अपनी पार्टी के सदस्यों को सीट पर बुलाने का अनुरोध करते हुए कहा कि दबाव बनाने से कुछ नहीं होगा। सदन चलाने की अपनी प्रक्रिया है।

उन्होंने आप के संजय सिंह से भी अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में चल रही सीलिंग के मुद्दे को लेकर हंगामा किया। शोरगुल के दौरान ही तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने पश्चिम बंगाल में एक रेलमार्ग को बंद किये जाने का मुद्दा उठाया। सदस्यों के शोरगुल जारी रहने पर नायडू ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

आपको बता दें कि शनिवार (3 फरवरी) रात को नोएडा के सेक्टर-122 में फेज थ्री थाने के प्रशिक्षु दरोगा ने आपसी कहासुनी के बाद जिम संचालक को गोली मार दी। उसे फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों का आरोप है कि दरोगा ने तीन पुलिसवालों के साथ मिलकर मामले को एनकाउंटर का रूप देने की कोशिश की। दरोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है और चारों पुलिसवालों को निलंबित कर दिया गया है।

गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी लव कुमार ने कहा कि चारों पुलिसवालों के खिलाफ हत्या के प्रयास और लूट का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि जिम संचालक जितेंद्र यादव पर्थला खंजरपुर का रहने वाला है। शनिवार को गाजियाबाद के बहरामपुर में उसकी बहन का लगन समारोह था। रात को वह बड़े भाई धर्मेन्द्र, दोस्तों गौतम, सुनील, तरुण व हरे राम के साथ कार से घर लौट रहा था।

रात करीब 10 बजे प्रशिक्षु दरोगा विजय दर्शन व पंकज सिंह और सिपाही संजय व नरेन्द्र ने उसे रोका और गाली गलौच की। जितेंद्र ने विरोध किया तो दरोगा विजय दर्शन ने उसे गोली मार दी। गोली जितेंद्र के गले में लगी। आरोप है कि पुलिसवालों ने सोने की चेन व ब्रेसलेट भी लूट लिए। अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है।

पुलिस ने इस मामले को व्यक्तिगत विवाद का मामला बताते हुए एनकाउंटर मानने से इनकार कर दिया है। पुलिस के मुताबिक जिस शख्स को गोली लगी थी वह जिम ट्रेनर है और उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था। अस्पताल के डॉक्टर ने बताया घायल के शरीर में गोली अभी फंसी है जो गले के पास रीढ़ की हड्डी में अटक गई है।

 

Previous articleवृंदा करात ने पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या के लिए BJP को ठहराया जिम्मेदार
Next articleजवानों की शहादत पर कुमार विश्वास ने कहा- सरकार ‘कड़ी-निंदा’ कर देगी और एक के बदले 10 सिर वाले साहेब दूसरे चुनावों की रैलियों में व्यस्त हो जाएंगे