रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी ने महाराष्ट्र विधानसभा के नोटिस पर अपने समर्थकों से समर्थन की भावुक अपील की है। गोस्वामी ने अपने समर्थकों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यक्रम के जरीए या तो यूट्यूब या फिर किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से उनका समर्थन करें। यह तब था जब रिपब्लिक टीवी के संस्थापक ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र विधानसभा ने जानबूझकर उन्हें 16 अक्टूबर को नोटिस जारी किया है।
अपने टीवी चैनल पर गोस्वामी ने कहा कि, उन्हें शुक्रवार दोपहर 2.50 बजे महाराष्ट्र विधानसभा से नोटिस मिला, जबकि उन्हें दोपहर 3 बजे विधानसभा में पेश होने का निर्देश दिया गया। गोस्वामी ने अपने टीवी चैनल पर कहा, “मुझे इससे क्या डर लगता है कि वे सर्वोच्च न्यायालय में जवाब नहीं देते लेकिन मुझे पेश होने के लिए 10 मिनट का नोटिस देते हैं। यह सर्वोच्च न्यायालय की सरासर अवमानना है।”
गोस्वामी ने कहा कि वह कानून का पालन करने वाले नागरिक है, उन्होंने कहा कि उन्होंने 15 अक्टूबर को एक नोटिस का जवाब दिया था। उन्होंने कहा, “मैं एक कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं। मैंने इस टीवी चैनल को बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।” गोस्वामी ने कहा कि वह जेल जाने से नहीं डरते थे, क्योंकि उन्हें इस बात की चिंता थी कि ‘प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है।’
रिपब्लिक टीवी के संस्थापक ने अन्य मीडिया आउटलेट्स से भी मूकदर्शक नहीं बने रहने का आग्रह किया। गोस्वामी ने कहा कि उन्हें भी भविष्य में निशाना बनाया जाएगा। जब उनके मेहमानों में से एक ने गोस्वामी को नोटिस पर लिखी तारीख को पढ़ने के लिए कहा तो उन्होंने सवाल को टाल दिया।
बता दें कि, गोस्वामी और कंगना रनौत दोनों महाराष्ट्र विधानसभा के दोनों सदनों में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का सामना कर रहे हैं। गोस्वामी पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का अपमान करने का आरोप है। वहीं, कंगना को मुंबई को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहने के लिए इसका सामना करना पड़ रहा है।