इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में युजवेंद्र चहल के शुरुआती दिनों में उनके शारीरिक उत्पीड़न के खुलासे पर भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, दोषी खिलाड़ी को कभी क्रिकेट के मैदान के समीप आने की स्वीकृति नहीं दी जानी चाहिए।
दरअसल, रविचंद्रन अश्विन के साथ बातचीत के दौरान 31 साल के युजवेंद्र चहल ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि 2013 में आईपीएल मुकाबले के बाद वह बाल बाल बच गए थे जब नशे में धुत्त एक खिलाड़ी ने बेंगलुरू होटल के 15वें माले की बालकनी से उन्हें लटका दिया था। इस बातचीत का वीडियो उनकी नई आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स ने जारी किया, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शास्त्री ने कहा कि यह कोई हंसी-मजाक का मामला नहीं है।
अश्विन के साथ बातचीत के दौरान चहल ने कहा था, “मैंने इस कहानी के बारे में अब तक किसी को नहीं बताया है। आज के बाद शायद सबको पता चल जाएगा। बात 2013 की है, तब मैं मुंबई इंडियंस टीम में था और हम मैच खेलने के लिए बैंगलोर गए थे। इसके बाद एक पार्टी हुई थी। इसमें एक विदेशी खिलाड़ी था, मैं उसका नाम नहीं लूंगा। लेकिन वो नशे में धुत था। वो मुझे काफी देर से देख रहा था। उसने मुझे अपने पास बुलाया। मैं उसके पास गया तो वो मुझे बालकनी में ले गया और नीचे लटका दिया।
चहल ने आगे कहा, “उस वक्त मेरे हाथ उस खिलाड़ी के गर्दन में लिपटे हुए थे। आप अंदाजा लगा सकते हैं, अगर मेरी पकड़ ढीली पड़ जाती, तो मैं 15वीं मंजिल पर था। कुछ लोगों ने उस खिलाड़ी को ऐसा करते देख लिया और स्थिति को संभाल लिया। मैं बेहोश हो गया था। यह ऐसी घटना थी, जहां मैं मरने से बाल-बाल बचा था।”
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— Rajasthan Royals (@rajasthanroyals) April 7, 2022
युजवेंद्र चहल के इस खुलासा के बाद रवि शास्त्री ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि इससे जुड़ा व्यक्ति कौन है, वह उस समय होश में नहीं था। अगर ऐसा हुआ है तो यह बड़ी चिंता की बात है। किसी का जीवन खतरे में था, कुछ लोगों को यह मजाकिया लग सकता है लेकिन यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चला है कि जिसने भी ऐसा करने का प्रयास किया वह उचित स्थिति में नहीं था। जब आप ऐसी स्थिति में होते हो और कुछ ऐसा करने का प्रयास करते हो तो गलती होने की संभावना और अधिक हो जाती है। यह बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है।’’
शास्त्री ने कहा, ‘‘मैं पहली बार इस तरह की चीज सुन रहा हूं। यह बिलकुल भी मजाकिया नहीं है। अगर यह घटना आज होती है तो दोषी पर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए और उस व्यक्ति को जितना जल्दी संभव हो पुनर्वास केंद्र में भेजा जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आजीवन प्रतिबंध, बेहतर है कि वह क्रिकेट के मैदान के समीप नहीं आए, तभी उसे पता चलेगा कि यह मजाकिया है या नहीं।’’
पूर्व भारतीय आलराउंडर शास्त्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण हे कि खिलाड़ी जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं की जानकारी दें और कोई त्रासदी होने का इंतजार नहीं करें। (इंपुट: भाषा के साथ)
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