दक्षिणपंथी वेबसाइट ‘स्वराज्य’ एक बार फिर ‘फेक न्यूज’ प्रकाशित करते हुए पकड़ा गया, कपिल सिब्बल के ‘हार्वेस्ट टीवी’ के साथ जुड़ने की खबरों को राजदीप सरदेसाई ने बताया ‘झूठा’

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आगामी 26 जनवरी को नए समाचार टीवी चैनल और एक साप्ताहिक समाचार पत्र भारतीय मीडिया जगत में शामिल होने जा रहे हैं। गणतंत्र दिवस पर अरनब गोस्वामी के मौजूदा रिपब्लिक टीवी चैनल का हिंदी संस्करण ‘रिपब्लिक भारत’ आ रहा है। इसे लांच करने के लिए चैनल ने एक नया अभियान ‘पूछता है भारत’ शुरू किया है जिसका उद्देश्य ‘सही कारणों, सही मुद्दों और सही लोगों’ के लिए संघर्ष करना है।

इसके बाद 24 घंटे चलने वाला ‘हार्वेस्ट टीवी’ (Harvest TV) आएगा जिसमें प्रमुख न्यूज एंकरों के रूप में वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त और करन थापर होंगे। खबरों के अनुसार, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल इस चैनल को आर्थिक सहयोग दे रहे हैं। ‘द प्रिंट’ के मुताबिक बरखा दत्त और करण थापर हार्वेस्ट टीवी के अहम हिस्सा होंगे। हार्वेस्ट टीवी इंग्लिश के साथ-साथ हिंदी चैनल भी लांच कर सकती है, जिसमें पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी भी जुड़ सकते हैं।

‘हार्वेस्ट टीवी’ को लेकर दक्षिणपंथी वेबसाइट स्वराज्य एक बार फिर फर्जी खबरें फैलाते हुए पाया गया है। इस बार वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई के बारे में फेक न्यूज चलाते हुए पकड़ा गया है। दरअसल, स्वराज्य ने खबर चलाया है कि सरदेसाई ‘हार्वेस्ट टीवी’ के साथ जल्द-से-जल्द नई पारी की शुरूआत करने वाले हैं। इस खबर को शेयर करते हुए सरदेसाई ने स्वराज्य के दावों को ‘झूठा’ करार दिया। बता दें कि सरदेसाई फिलहाल इंडिया टुडे समूह में कार्यरत हैं।

स्वराज्य ने दावा अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बरखा के साथ-साथ राजदीप सरदेसाई भी हार्वेस्ट टीवी के साथ जुड़ सकते हैं। प्रस्तावित टीवी चैनल के अंदर के सूत्रों के हवाले से स्वराज्य ने दावा किया है कि हालांकि सरदेसाई ने अभी तक इस चैनल में शामिल होने का मन नहीं बनाया है, क्योंकि वे कांग्रेस समर्थक झुकाव के बावजूद ‘स्वतंत्र आवाज’ के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखना चाहते हैं।

इस खबर पर पटलवार करते हुए सरदेसाई ने स्वराज्य और उनके संपादक को टैग करते हुए लिखा है कि यह खबर पूरी तरह से गलत है। मुझसे बिना किसी प्रतिक्रिया मांगे आप अटकलें लगाकर मेरे नाम का जिक्र नहीं कर सकते। उन्होंने संपादक को टैग करते हुए आगे लिखा है कि यह किस तरह की पत्रकारिता है?

आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब स्वराज्य और उनके संपादक जगन्नाथन (जिन्हें जग्गी के नाम से भी जाना जाता है) फर्जी खबरों के साथ पकड़े गए हों। दोनों को उन आउटलेस्ट और व्यक्तियों की सूची में शामिल किया गया था जिन्होंने पिछले साल बीबीसी द्वारा फेक न्यूज पर अपने रिसर्च में इनकी फर्जी खबरों को शामिल किया था।

गौरतलब है कि ‘हार्वेस्ट टीवी’ के अलावा प्रिंट मीडिया की दुनिया में नेटवर्क 18 अपना पहला साप्ताहिक समाचार पत्र ‘फर्स्टपोस्ट’ 26 जनवरी को लांच कर रहा है। इसे ‘व्यूजपेपर’ भी कहा जाता है। यह समाचार पत्र ‘फर्स्टपोस्ट डॉट कॉम’ की लांच के आठ साल बाद आया है। 2010 में इसकी स्थापना के समय भारत में डिजिटल क्रांति शुरू हुई थी।

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