राहुल गांधी का आदेश, उपचुनाव से पहले माकन और शीला दीक्षित संभालें दिल्ली की कमान

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दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के 14 फरवरी को तीन साल पूरा होने के मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय माकन और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ उसकी कथित नाकामियों का खुलासा करेंगी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली में उपचुनाव की आहट पाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शीला दीक्षित को मैदान में उतारने का फैसला किया है।

File Photo: PTI

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आदेश पर दिल्ली कांग्रेस मुखिया अजय माकन ने दीक्षित से मुलाकात की है। राहुल गांधी के दबाव का ही नतीजा है कि सालों बाद दीक्षित व माकन एक साथ नजर आएंगे। आगामी 14 फरवरी को दीक्षित अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ मीडिया से मुखातिब होंगी। बता दें कि माकन भी दिल्ली मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी रह चुके हैं।

दरअसल, आप के 20 विधायकों को राष्ट्रपति द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उपचुनाव की संभावना जताई जा रही है और इसी वजह ने दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एकजुट हो रहे हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि, ‘‘माकन ने हाल ही में शीला से उनके निजामुद्दीन स्थित आवास में मुलाकात की थी और पूर्व मुख्यमंत्री ने दिल्ली में उपचुनाव होने की स्थिति में उनके साथ प्रचार करने पर सहमति जताई थी।’’

माकन ने यह भी कहा कि वह दिल्ली कांग्रेस में शीला की और अधिक सक्रिय भूमिका का अनुरोध करेंगे। उन्होंने ट्वीट किया कि, ‘‘हम दिल्ली का गौरव फिर से हासिल करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।’’ कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को दी अपनी रिपोर्ट में कहा कि दिल्ली में कांग्रेस शीला दीक्षित के 15 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाकर ही सत्ता में वापसी कर सकती है।

सूत्रों ने बताया कि चाको ने राहुल गांधी को दी अपनी रिपोर्ट में कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में तमाम कोशिशों के बावजूद वे इसलिए हार गए, क्योंकि पार्टी एकजुट नहीं नजर आई। प्रदेश अध्यक्ष माकन ने दिन-रात एक कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया, लेकिन अंतिम क्षणों में कई नेता पार्टी छोड़ गए, इससे जनता में गलत संदेश गया। जब तक दीक्षित खुद सामने आकर जनता को अपनी सरकार में किए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा पेश नहीं करतीं, तब तक कांग्रेस का प्रचार मुकम्मल नहीं होगा।

कांग्रेस अध्यक्ष को यह भी बताया गया कि ऐसे आसार हैं कि आम आदमी पार्टी के अयोग्य ठहराए गए 20 विधायकों के मामले में अदालती सुनवाई के बाद इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में आगामी अप्रैल-मई में चुनाव हो सकते हैं जो मिनी विधानसभा चुनाव ही साबित होंगे। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद ही शीला दीक्षित से फोन पर बातचीत की और उसके बाद अजय माकन से कहा कि वे जाकर पूर्व मुख्यमंत्री से मिलें और मिल-जुलकर काम करें।

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