कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (12 मार्च) को कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने राजनीतिक भविष्य का डर लगा और वह आरएसएस एवं भाजपा के साथ चले गए। राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि सिंधिया को भाजपा में वो सम्मान नहीं मिलेगा जो कांग्रेस में मिल रहा था और इसका अंदाजा उन्हें हो जाएगा।
उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘‘सिंधिया जी को बहुत अच्छी तरह जानता हूं। उनकी विचारधारा को जानता हूं। वह मेरे साथ कॉलेज में थे। उन्हें अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डर लगा। उन्होंने अपनी विचारधारा को जेब में डाल दिया और आरएएसएस के साथ चले गए।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वास्तविकता है कि उन्हें वहां सम्मान नहीं मिलेगा। वह समझ जाएंगे। उनके दिल में जो है और मुंह से जो निकल रहा है, वो अलग अलग चीज है।’’
गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद ज्योदिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद राहुल गांधी ने पहली बार खुलकर प्रतिक्रया व्यक्त की है। सिंधिया उनके करीबियों में गिने जाते थे। राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं राज्यसभा के उम्मीदवारों पर फैसला नहीं कर रहा हूं।’’
#WATCH Rahul Gandhi, Congress: This is a fight of ideology, on one side is Congress & BJP-RSS on the other. I know Jyotiraditya Scindia's ideology, he was with me in college, I know him well. He got worried about his political future, abandoned his ideology and went with RSS. pic.twitter.com/YhtNEam29f
— ANI (@ANI) March 12, 2020
मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद ज्योदिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के एक दिन बाद बुधवार (11 मार्च) को दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के आरोप लगाए। इसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने उन पर हमले शुरू कर दिए। (इंपुट: भाषा के साथ)