इस समय देश में 17वीं लोकसभा के गठन के लिए मतदान की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। कुल सात चरणों में होने वाली मतदान प्रक्रिया के 6 चरण पूरे हो चुके हैं, जबकि सांतवे चरण का मतदान रविवार (19 मई) को होगा। हालांकि, चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ न हो, इसके लिए चुनाव आयोग (ECI) ने कड़े प्रबंध किए हैं। लेकिन उसके बाद भी चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ व उनकी खराबी को लेकर भी कई आरोप लगते रहे हैं। इसी बीच, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी चुनावों में ईवीएम की संदिग्ध खराबी पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
‘जनता का रिपोर्टर’ के एडिटर इन चीफ रिफत जावेद से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की खराबी और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट से वह चिंतित है। यह पहली बार है जब राहुल गांधी ने ईवीएम और मशीनों के खिलाफ उठाए गए सवालों के बारे में बात करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, “वर्तमान में गंभीर चिंताएं हैं उन्हें दूर नहीं किया गया है। देश के चारों ओर से हजारों EVM की खराबी की खबरें आती रहती हैं। कभी-कभी मतदान पूरा होने के बाद 24 घंटे से अधिक समय के बाद भी ईवीएम ले जाने वाले ट्रक स्ट्रांग रूम दिखाई दे रहे हैं। क्या चल रहा है यह सब?”
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हैं या नहीं, इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए। चुनाव किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला होते हैं और इस प्रक्रिया और परिणाम के बारे में शून्य संदेह होना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि यह बहस में प्रमुख मुद्दों में से एक होगा और नई लोकसभा में सभी राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति बन गई है।”
राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कोलकाता में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद कार्रवाई को लेकर चुनाव आयोग की आलोचना की थी। चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद बुधवार रात एक असाधारण प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग में आरएसएस के लोग भरे हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि, मुझे लगता है कि उनके कहने में कुछ सच्चाई है। मुझे भी लगता है कि RSS के लोग हर भारतीय संस्थान में व्यवस्थित रूप से घुस चुके हैं। मुझे लगता है कि बंगाल में जो हो रहा है वह बिल्कुल गलत है। मुझे लगता है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं हो रहा है। उदाहरण के लिए, श्री नरेंद्र मोदी को प्रचार करने की अनुमति है और उनकी रैली के बाद चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध है? यह अनुचित है।