कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शनिवार (4 जुलाई) को कहा कि देशभक्त लद्दाखवासी चीनी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और सरकार को उनकी सुननी चाहिए क्योंकि यदि उनकी बात को नजरअंदाज किया गया तो देश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

राहुल गांधी ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘‘देशभक्त लद्दाखवासी चीनी घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। वे आगाह कर रहे हैं। उनकी बात की उपेक्षा करने की भारत को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कृपया, भारत की खातिर उन्हें सुनिए।’’
बता दें कि, राहुल गांधी ने जिस खबर का हवाला दिया है, उसके मुताबिक कई लद्दाखवासियों ने कहा है कि चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की है।
दूसरी तरफ प्रियंका गांधी ने भी एक वीडियो ट्वीट किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा कि “अपनी मातृभूमि से प्यार करने वाले लद्दाख के अनगिनत निवासी कह रहे हैं कि चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। आशा है कि मातृभूमि की रक्षा के लिए सरकार लद्दाख के लोगों के साथ पूरे हिंदुस्तान की भावना सुनेगी और ऐक्ट करेगी।”
अपनी मातृभूमि से प्यार करने वाले लद्दाख के अनगिनत निवासी कह रहे हैं कि चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है।
आशा है कि मातृभूमि की रक्षा के लिए सरकार लद्दाख के लोगों के साथ पूरे हिंदुस्तान की भावना सुनेगी और ऐक्ट करेगी।#PMMustAnswer pic.twitter.com/6KEoUcpKYD
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 4, 2020
गौरतलब है कि, लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले कई हफ्तों से गतिरोध चल रहा है। गत 15-16 जून की रात दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। इस झड़प में चीनी पक्ष को भी नुकसान होने की खबरें हैं।
बता दें कि, पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे। उनके अचानक हुए इस दौरे से हर कोई हैरान रह गया। यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सैनिकों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि यहां तैनात जवानों के इरादे यहां की पर्वत चोटियों से भी ऊंचे और मजबूत हैं।