पंजाब के पठानकोट में भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना के दो रिश्तेदारों की हत्या और तीन अन्य पर जानलेवा हमले के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, ये तीनों आरोपी एक अंतरराज्यीय लुटेरों-अपराधियों के गैंग के सदस्य हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने कहा कि एक ज्ञात व्यक्ति सहित 11 अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने का प्रयास जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि गिरोह द्वारा किए गए डकैती के अन्य मामलों को हल किया जाएगा।
गौरतलब है कि 19 अगस्त की रात, पठानकोट जिले के थारयाल गांव में गिरोह ने रैना के फूफा व ठेकेदार अशोक कुमार की हत्या कर दी थी। अशोक के बेटे कौशल ने 31 अगस्त को दम तोड़ दिया, जबकि रैना की बुआ और अशोक की पत्नी आशा रानी गंभीर रूप से घायल हो गईं। लुटेरों द्वारा दो अन्य व्यक्तियों पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया गया था।
घटना के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए आईजीपी बॉर्डर रेंज (अमृतसर) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया था। डीजीपी ने कहा कि एसआईटी ने जांच के लिए 100 से अधिक संदिग्धों को तलब किया था।
15 सितंबर को, एसआईटी को सूचना मिली कि तीनों संदिग्धों को सुबह डिफेंस रोड पर देखा गया। छापेमारी की गई और तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपी गिरोह के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में अन्य जगहों पर इसी तरह के कई अपराध किए हैं।
बता दें कि, सुरेश रैना ने अपने रिश्तेदारों पर हुए हमले को ‘भयानक से भी ज्यादा’ बताते हुए इस मामले की जांच के लिए पंजाब पुलिस से मदद मांगी थी। इसके बाद पंजाब पुलिस ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष जांच दल बनाने की घोषणा की थी। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)