दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले अगवा हुए नर्सरी क्लास के छात्र को सोमवार देर रात किडनैपर्स के चंगुल से छुड़ा लिया। किडनैपर्स ने 25 जनवरी को दिलशाद गार्डन से स्कूल जाने के दौरान बच्चे को स्कूल बस से अगवा कर लिया था।
किडनैपर्स ने बच्चे को राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस के मुताबिक, इस किडनैपिंग में तीन लोग शामिल थे। दिल्ली पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित बरामद करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। इस कार्रवाई में एक संदिग्ध बदमाश की मौत भी हो गई, वहीं एक अन्य किडनैपर घायल हो गया जिसे जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि, 25 जनवरी की सुबह बच्चा अपनी बहन के साथ स्कूल बस से जा रहा था, तभी अचानक दिलशाद गार्डन इलाके में बाइक सवार 2 बदमाशों ने बस ड्राइवर के पैर में गोली मारकर मासूम को अगवा कर लिया था। 28 जनवरी को जब अपहरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम के लिए परिवार से 50 लाख की फिरौती मांगी और इसी से दिल्ली पुलिस को सुराग मिला। क्राइम ब्रांच बारीकी से हर सुराग को पकड़कर चल रही थी और फोन कॉल के आधार पर लोकेशन तक पहुंचने की कोशिश की गई।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, साहिबाबाद के शालीमार सिटी में एबोय अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 505 से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार रात करीब 1 बजे दबिश दी। पुलिस के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने पुलिस टीम पर फायरिंग की और इस मुठभेड़ में एक बदमाश रवि मारा गया तो दूसरा बदमाश पंकज घायल अवस्था में पकड़ लिया गया। वहीं, पुलिस ने तीसरे आरोपी नितिन को भी गिरफ्तार कर लिया है।
मुठभेड़ के दौरान क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विनय त्यागी की बुलेटप्रूफ़ जैकेट में भी एक गोली लगी जबकि बच्चा सकुशल बरामद कर लिया गया है। बच्चे के किडनैपर्स के चंगुल से आजाद होने के बाद परिवार ने पुलिस का शुक्रिया अदा किया।
बता दें कि, किडनैपिंग की यह घटना 25 जनवरी को हुई उस समय हुआ थी। जब दिल्ली में ही आसियान सम्मेलन था और 26 जनवरी को लेकर पुलिस हाईअलर्ट पर थी।