चुनाव से ठीक पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा की प्रेस कांफ्रेंस से बीजेपी मुश्किल में दिखाई दे रही है। आचार संहिता के बीच बीजेपी प्रवक्ता को सड़क पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना भारी पड़ गया है। कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले संज्ञान लिया है। कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग को सौंपी रिपोर्ट में कलेक्टर ने बीजेपी को आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया है।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले में एडीएम ने धारा 188 में कार्रवाई की सिफारिश की है और पुलिस को पात्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले मामले में भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े ने प्रेस कांफ्रेंस की रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपी। आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर इस मामले में संज्ञान लिया था और कलेक्टर से मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी थी।
रिपोर्ट के अनुसार प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए जिस समयावधि की अनुमति ली गई थी, उससे पहले ही कॉन्फ्रेंस शुरू कर दी गई थी। जानकारी के अनुसार केंद्र और राज्य में सत्ताधारी बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने शनिवार दोपहर 12 बजे से भोपाल के एमपी नगर जोन-1 में सड़क पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसी कान्फ्रेंस के लिए एमपी बीजेपी की ओर से दोपहर 1 से 3 बजे का समय मांगा था, जबकि कान्फ्रेंस 12 बजे शुरू कर दी थी।
गौरतलब है कि संबित पात्रा ने भोपाल स्थित नेशनल हेराल्ड की बिल्डिंग के सामने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को घेरने के लिए नेशनल हेराल्ड जमीन का मामला उठाते हुए कहा कि दशकों तक गांधी परिवार ने देश को लूटने का काम किया है।
भोपाल में एमपीनगर जोन एक में प्रेस कॉम्पलेक्स इलाके में कथित तौर पर नेशनल हेराल्ड अखबार को आवंटित भूमि पर बनी व्यावसायिक इमारत के बाहर सड़क किनारे टेंट में शनिवार दोपहर पत्रकार वार्ता करते हुए संबित पात्रा ने कहा, ‘‘मेरे पीछे यह जो व्यावसायिक इमारत है, वह विराट भ्रष्टाचार का स्मारक है। यह मैं ऐसे ही नहीं कह रहा हूं बल्कि दस्तावेजों के आधार पर कह रहा हूं।’’
उन्होंने कहा कि भोपाल, इन्दौर सहित अन्य शहरों में नेशनल हेराल्ड की एसोसिऐटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) कंपनी को बहुत कम कीमत पर अखबार संबंधित उपयोग के लिए जमीन दी गई थी, लेकिन इस जमीन पर व्यावसायिक इमारत बना दी गई। उन्होंने कहा कि देश भर के अलग अलग शहरों में लगभग 5,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को भ्रष्टाचार करके सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडिया ने सस्ते दामों में 2008 में खरीद लिया। अब इसका इस्तेमाल व्यावसायिक रूप में किया जा रहा है।
बीजेपी नेता ने कहा कि एजेएल और यंग इंडिया दोनों कंपनियों के संचालक मंडल में सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हैं, लेकिन यंग इडिया कंपनी का 76 प्रतिशत हिस्सा सोनिया और राहुल गांधी का है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी आरोपी नंबर एक और राहुल गांधी आरोपी नंबर दो हैं और दोनों ही 50,000 के मुचलके पर बाहर घूम रहे हैं।