राजपूत समाज को लेकर दिए विवादित बयान के बाद एक वकील ने जावेद अख्तर के खिलाफ जयपुर के सिंधीकैंप थाने में आज एक परिवाद दर्ज करवाया है।
बता दे कि ‘पद्मावती’ पर चल रहे विवाद के बीच गीतकार जावेद अख्तर ने कथित तौर पर करणी सेना और पूर्व राजघरानों को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, रविवार को लखनऊ में एक न्यूज चैनल से बातचीत में जावेद ने कहा कि राजपूत-रजवाड़े अंग्रेजों से तो कभी लड़े नहीं और अब सड़कों पर उतर रहे हैं। ये जो राणा लोग हैं, महाराजे हैं, राजे हैं राजस्थान के, 200 साल तक अंग्रेज के दरबार में खड़े रहे। पगड़ियां बांधकर, तब उनकी राजपूती कहां थी। ये तो राजा ही इसीलिए हैं, क्योंकि इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार की थी।
राजस्थान के कई शहरों में उनके विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और पुतले फूंके गए। जानकारी के अनुसार अख्तर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए यह परिवाद एडवोकेट प्रताप सिंह शेखावत ने दर्ज करवाया है।
करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल मकराना का कहना है कि इस तरह का बयान देकर जावेद अख्तर ने अपने प्रति हमारा सम्मान खो दिया। वे पधारो म्हारे देस के हकदार नहीं रह गए है। उनके राजस्थान में आने का विरोध किया जाएगा और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में नहीं आने दिया जाएगा। जबकि ‘पद्मावती’ के मेकर और आर्टिस्टों को धमकियां देने का सिलसिला जारी है।