दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार (26 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अगर वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। केजरीवाल ने यह टिप्पणी ऐसे समय की जब कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने दिल्ली सचिवालय के अंदर उन पर मिर्च पाउडर फेंका था। वहीं, सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री से एक युवक अपने पर्स में कारतूस रखकर मुलाकात करने आ गया। इस युवक का नाम मोहम्मद इमरान है। उसके पर्स से पुलिस ने एक कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने उसे अवैध कारतूस रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
PHOTO: DNANDTV के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 20 नवंबर के हमले के लिए जिम्मेदार है, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में उनकी सरकार द्वारा किए गए ‘अच्छे काम’ से वह ‘परेशान’ है। केजरीवाल ने सदन में कहा, ‘अगर नरेंद्र मोदी दिल्ली के मुख्यमंत्री को सुरक्षा नहीं दे सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।’
विधानसभा की बैठक आप प्रमुख पर हमले और मतदाता सूची से नाम कथित रूप से हटाए जाने के मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई। कार्यालय के बाहर हुई इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री के फोन कॉल का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने दावा किया ‘मैंने कहा कि या तो आपका कोई महत्व नहीं है या आपकी मिलीभगत है।’
निर्वाचित सरकार के प्रति दिल्ली पुलिस की जवाबदेही सुनिश्चित करने के एक सरकारी प्रस्ताव पर केजरीवाल ने कहा कि 95 फीसदी पुलिसकर्मी अच्छे हैं लेकिन बीजेपी द्वारा उनसे गलत काम कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘अगर दिल्ली पुलिस दिल्ली की निर्वाचित सरकार के अधीन आ जाती है तो यह जनता की भलाई के लिए काम करना शुरू कर देगी।’
मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के विधायकों को सरकार की मुआवजा योजना से दिल्ली पुलिस को बाहर रखने की मांग वाले उनके प्रस्ताव को वापस लेने की सलाह दी। इससे पहले आप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता के हित में काम करने से रोकने के लिए बीजेपी उनकी हत्या कराना चाहती है।