टोक्यो ओलंपिक खेलों की पुरुष हॉकी स्पर्धा में भारत की हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हार और जीत जीवन का हिस्सा है। भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम अंतिम 11 मिनट के अंदर तीन गोल गंवाने के कारण तोक्यो ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम से 2-5 से हार गई।
हॉकी टीम की हार पर प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘जीत और हार जीवन का हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने तोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यही मायने रखता है। अगले मैच के लिए और भविष्य के लिए टीम को शुभकामनाएं। भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है।’
Wins and losses are a part of life. Our Men’s Hockey Team at #Tokyo2020 gave their best and that is what counts. Wishing the Team the very best for the next match and their future endeavours. India is proud of our players.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 3, 2021
भारतीय टीम 49 वर्ष बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी लिहाजा देश भर की निगाहें आज के मैच पर थी। खुद प्रधानमंत्री ने भी आज का मैच देखा। उन्होंने ट्वीट करके इसकी इसकी जानकारी दी।
I’m watching the India vs Belgium Hockey Men’s Semi Final at #Tokyo2020. Proud of our team and their skills. Wishing them the very best!
— Narendra Modi (@narendramodi) August 3, 2021
भारतीय हॉकी टीम के पास 1980 के मास्को ओलंपिक के बाद पहली बार ओलंपिक फाइनल खेलने का मौका था लेकिन उसने बेल्जियम के हाथों सेमीफाइनल मैच 2-5 से गंवाते हुए यह मौका भी गंवा दिया। अब भारतीय टीम कांस्य जीतने का प्रयास करेगी, जो उसने अंतिम बार 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में जीता था।
ओई हॉकी स्टेडियम नॉर्थ पिच पर खेले गए इस मैच में एक समय भारत 2-1 से आगे था लेकिन एलेक्सजेंडर हेंडरिक्स (19वें, 49वें, 53वें) की शानदार हैट्रिक के दम पर मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन बेल्जियम ने भारत को एकतरफा हार को मजबूर कर दिया। अब भारत को कांस्य के लिए प्रयास करना होगा। भारत का यह मैच किससे होगा, इसका फैसला जर्मनी और आस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के बाद हो जाएगा। (इंपुट: भाषा और IANS के साथ)