स्वतंत्रता दिवस(15 अगस्त) के मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) प्रमुख मोहन भागवत को केरल के एक स्कूल में तिरंगा फहराने से रोकने वाले पलक्कड़ जिले के जिलाधिकारी समते पांच अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। न्यूज एजेंसी ANI सूत्रों के मुताबिक, इस तबादले को रूटीन करार दिया गया है। बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के दिन संघ प्रमुख को भागवत को पलक्कड़ के डीएम ने एक स्कूल में झंडा फहराने से रोक दिया था।
दरअसल, जिलाधिकारी पी मैरीकुट्टी ने बीते 15 अगस्त से पहले रविवार को एक आदेश दिया था कि किसी भी सहायता प्राप्त संस्थान में स्कूल प्रशासन का अधिकारी, शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी या चुने हुए जन प्रतिनिधि ही झंडा फहरा सकते हैं। लेकिन, रोक के बावजूद भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्कूल में झंडारोहण किया, जिसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था।
Palakkad collector,who barred M.Bhagwat from hoisting tricolor on I-Day, among 5 collectors transferred. Sources says it is routine transfer
— ANI (@ANI) August 17, 2017
हालांकि, इससे पहले पलक्कड़ के स्कूल में जिला प्रशासन ने मोहन भागवत को तिरंगा फहराने से रोक दिया था। डीएम ने आदेश जारी कर कहा था कि कोई भी राजनेता स्कूल में तिरंगा ना फहराए, लेकिन भागवत ने इस आदेश को दरकिनार कर दिया। डीएम ने कहा था कि स्कूल में कोई शिक्षक या निर्वाचित प्रतिनिधि ही तिरंगा फहरा सकता है।
हालांकि, बीजेपी ने जिलाधिकारी ने आदेश को खारिज करते हुए गैर-जरूरी करार दिया। डीएम के आदेश को चुनौती देते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि संघ प्रमुख इसी स्कूल में ही झंडा फहराएंगे। कुछ देर हंगामा होने के बाद भागवत ने पलक्कड़ के कर्नाकेयमन स्कूल में तिरंगा फहराया।
बीजेपी और आरएसएस का कहना है कि झंडा नियमों के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर कोई भी स्कूल में ध्वजारोहण कर सकता है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस पिछले काफी समय से केरल में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।