पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने राहुल गांधी के खिलाफ निराधार आरोपों पर इंडिया टुडे के एंकर राहुल कंवल को दिया तीखा जवाब; कांग्रेस समर्थकों ने भी पत्रकार पर साधा निशाना तो बचाव में आए BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय

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इंडिया टुडे के टीवी डिबेट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम राहुल गांधी के खिलाफ निराधार आरोपों पर टीवी एंकर राहुल कंवल को तीखा जवाब देते हुए नजर आ रहे है। यह तब हुआ जब कंवल ने कांग्रेस नेताओं और राहुल गांधी के खिलाफ कई आरोप लगाए और केंद्र सरकार के टीके खरीदने के अधिकार पर सवाल उठाने के लिए उनकी आलोचना की। डिबेट का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस समर्थकों ने भी एंकर पर निशाना साधना शुरू कर दिया, जिसके बाद भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय राहुल कंवल के बचाव में उतर आए।

राहुल कंवल

कंवल ने कहा था, “मि. चिदंबरम, क्या विपक्ष की ओर से पाखंड का तत्व नहीं है? जब सरकार ने वैक्सीन खरीद कार्यक्रम को केंद्रीकृत किया है, तो विपक्ष के प्रमुख नेता कह रहे थे कि यह सरकार तानाशाही है, सत्तावादी है, यह नियंत्रण सनकी है, यह राज्यों को बाहर जाकर टीके खरीदने की अनुमति नहीं दे रही है, राज्यों को अधिक स्वतंत्रता होनी चाहिए, ऐसा किया जाना चाहिए। अधिक लोकतांत्रिक तरीके से।”

वह यहीं नहीं रुके। इंडिया टुडे के एंकर ने आगे कहा, “जिस क्षण सरकार (नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली) अपनी नीति में बदलाव करती है, आप (चिदंबरम) और आप जैसे कई अन्य लोग सरकार की नई नीति पर कूद पड़े और कहा कि यह गलत है।”

इसपर चिदम्बरम ने अपने ही अनोखे अंदाज में जवाब देते हुए कहा, ”मैं आपके इस बयान का कड़ा विरोध करता हूं। सरकार के झूठे आख्यान को निगलने के लिए आपका स्वागत है। मुझे एक शब्द दिखाओ ऐसा जो मैंने लिखा है। जिसके बाद कंवल ने बीच-बचाव किया और कुछ क्षण पहले उन्होंने जो कहा था, उस पर शानदार यू-टर्न लिया। उन्होंने स्पष्ट किया, “आप नहीं सर। मैं कांग्रेस नेता कह रहा हूं। आप नहीं सर। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं।”

चिदंबरम ने आगे कहा, ठीक है, मैं आपका प्रश्न समझ गया हूं। अब मुझे दिखाओ कि कांग्रेस पार्टी के लिए बोलते हुए कांग्रेस के किन नेताओं ने कहा कि राज्यों को वैक्सीन खरीदनी चाहिए। पहले दिन से, मैंने कहा है कि राज्य टेंडर नहीं कर सकते…राज्य टीके नहीं खरीद सकते। कुछ राज्यों ने कहा कि ‘हमें अपनी पसंद के अनुसार टीकों को वितरित करने की अनुमति दें … आप टीकों की खरीद करें, उन्हें हमें आपूर्ति करें और हम उन्हें वितरित करेंगे। द्रमुक के सत्ता में आने से पहले अन्नाद्रमुक के स्वास्थ्य मंत्री ने यही रुख अपनाया था और द्रमुक ने अपनी धुन नहीं बदली है।

चिदंबरम तब भी बने रहे जब कंवल अधिक शर्मिंदगी का सामना करने की संभावना पर असहज दिखने लगे थे। कांग्रेस के दिग्गज नेता ने कहा, ‘हम सिर्फ तीन राज्यों में सत्ता में हैं। पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान। मुझे दिखाओ कि पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के तीन स्वास्थ्य मंत्रियों में से कौन चाहता था कि राज्य टीके खरीदें।”

एक बार फिर इंडिया टुडे के एंकर ने बीच में कहा, “नहीं, हमने झारखंड सरकार में देखा, जिसका आप हिस्सा हैं। हमने दिल्ली की सरकार में भी देखा, आप कह सकते हैं कि आपका इससे कोई लेना-देना नहीं है।” इधर भी, चिदंबरम ने कंवल से झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री का बयान देने को कहा कि वे खुद वैक्सीन खरीदना चाहते हैं। चिदंबरम ने यह भी बताया कि कांग्रेस झारखंड में सिर्फ एक गठबंधन सहयोगी थी।

कंवल ने कहा, “आप आरोपों का जवाब कैसे देते हैं? सरकार की वास्तव में एक समझदार नीति थी। अब आप सही ढंग से कह सकते हैं कि यह कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्रियों ने नहीं कहा है … मैंने आपको कभी नहीं कहा, जब मैंने आपको कहा, तो मेरा मतलब कांग्रेस से था। राहुल गांधी टीकाकरण पर सरकार की नीति पर हमला कर रहे।”

इसपर चिदंबरम ने मुस्कुराते हुए कंवल से कहा, “अब, आपने बड़ी चतुराई से अपना बयान बदल दिया है… मुझे राहुल गांधी का बयान दिखाओ। दिनांक, वह मीडिया प्लेटफार्म जहां यह प्रकाशित किया गया था कि उन्होंने कहा कि राज्यों को टीके की खरीद करनी चाहिए। मुझे बयान दिखाओ।”

कांग्रेस समर्थकों ने इंडिया टुडे टीवी के वीडियो क्लिप को लेकर राहुल कंवल के लिए अपमानजनक टिप्पणियों के साथ साझा करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भी पत्रकार को ट्रोल करना शुरु कर दिया।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय एंकर राहुल कंवल के बचाव में आए। उन्होंने ट्वीट किया, मुझे नहीं पता कि चिदंबरम यहां किस बारे में झल्लाहट कर रहे हैं। क्या वह राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेते, जिन्होंने राज्यों को वैक्सीन खरीद और वितरण में अधिक हिस्सेदारी देने के लिए कहा था? राहुल कंवल को इस पत्र को उद्धृत करना चाहिए था।

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