भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरूवार को कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर दुविधा को दूर करने के लिए जल्द फैसला होगा। भाजपा, शिवसेना को सरकार गठन के लिए जनादेश मिला है और फड़णवीस नई सरकार का नेतृत्व करेंगे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत का नाम महाराष्ट्र में सरकार गठन संबंधी कदमों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। भाजपा नेता ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान शीर्ष पद संभालने के लिए राज्य में अपनी वापसी की खबरों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘देवेंद्र फड़णवीस नई सरकार का नेतृत्व करेंगे।’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर गतिरोध को दूर करने के लिए जल्द फैसला किया जाएगा।
बता दें कि, महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी-शिवसेना के बीच जारी गतिरोध के बीच नितिन गडकरी नागपुर पहुंचे हैं। यहीं पत्रकारों के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जो चल रहा है (सरकार गठन को लेकर) उससे आरएसएस सरसंघचालक को जोड़ना सही नहीं होगा।’ उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना को राज्य में नई सरकार के गठन के लिए जनादेश मिला है।
नितिन गडकरी ने खुद के महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर जारी बातों को भी अटकलबाजी करार दिया।
महाराष्ट्र में अगले मुख्यमंत्री के खुद के नाम पर नितिन गडकरी ने कहा कि मेरे लिए महाराष्ट्र लौटने का कोई सवाल नहीं है, मैं दिल्ली में काम करना जारी रखूंगा।
Union Road and Transport Minister Nitin Gadkari on his name doing the rounds as the next Maharashtra Chief Minister: No question of me returning to Maharashtra, I will continue to work in Delhi. https://t.co/0SEE1iDbsH pic.twitter.com/EY6jfvq55O
— ANI (@ANI) November 7, 2019
वहीं, दूसरी और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर गतिरोध के बीच आज अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। उपनगर बांद्रा स्थित ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ में चल रही बैठक में शिवसेना के सभी विधायक मौजूद हैं। इस बैठक में ठाकरे की ओर से राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालत और राज्य के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश के बाद फसलों को हुए नुकसान के कारण किसानों की चिंताओं पर चर्चा करने की संभावना है।
गौरतलब है कि, प्रदेश में सरकार गठन को लेकर गतिरोध अभी बना हुआ है। बता दें कि, हालिया चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिये हाल में हुए चुनाव में भाजपा ने 105 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें आई हैं। राकांपा ने 54 सीटें जीतीं और कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई हैं। महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल नौ नवंबर को पूरा हो रहा है। (इंपुट: भाषा के साथ)