“सीएम योगी आदित्यनाथ जिन्हें नियुक्ति पत्र दे रहे हैं, उनकी परीक्षा का विज्ञापन अखिलेश सरकार में निकला था, 7 साल लगे हैं इस परीक्षा को अंजाम तक पहुंचने में”: रवीश कुमार का फेसबुक पोस्ट वायरल

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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इंजीनियर्स को नियुक्ति पत्र दिए जाने पर ‘एनडीटीवी इंडिया’ के मशहूर एंकर और भारत के वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने इस पर अपनी प्रतिक्रियां दी है। रवीश ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि, सीएम योगी आदित्यनाथ जिन्हें नियुक्ति पत्र दे रहे हैं, उनकी परीक्षा का विज्ञापन अखिलेश सरकार में निकला था, 7 साल लगे हैं इस परीक्षा को अंजाम तक पहुंचने में।

योगी आदित्यनाथ

रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “नौकरियों के मसले पर बदलाव आने लगा है। राजस्थान सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर भर्ती परीक्षा के परिणाम और नियुक्ति पत्र देने की सूचना ट्वीट की गई। यह सुखद बदलाव है। इसलिए प्रयास करते रहिए। इस सिस्टम को ठीक करना बहुत ज़रूरी है। कम से कम अब मुख्यमंत्री बात तो कर रहे हैं। वे जान गए हैं कि इस मामले में अच्छा काम करने से जनता में नाम कमाया जा सकता है। इस बात के लिए दोनों को बधाई।”

वरिष्ठ पत्रकार ने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “यह समस्या इतनी गहरी है कि आप इसी बात से अंदाज़ लगा सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिन्हें नियुक्ति पत्र दे रहे हैं, उनकी परीक्षा का विज्ञापन अखिलेश सरकार में निकला था। 2013 में। 7 साल लगे हैं इस परीक्षा को अंजाम तक पहुंचने में। उम्मीद है योगी आदित्यनाथ नई भर्तियां भी निकालेंगे। अशोक गहलोत भी।”

रवीश कुमार का यह फेसबुक पोस्ट अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, उनके इस पोस्ट पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। बता दें कि, रवीश हम मुद्दें पर खुलकर अपनी बात रखते है।

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को 1,438 युवाओं को बड़ा तोहफा दिया। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित जन शक्ति विभाग के 1,438 जूनियर इंजीनियर्स को नियुक्ति पत्र के साथ ही उनको स्थापना पत्र भी प्रदान किया गया। इनमें से कुछ से सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत भी की। योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र देने दौरान चयनित हुए उम्मीदवारों से बात भी की। मुख्यमंत्री ने सभी से पूछा कि भर्ती के लिए कहीं पैसे तो नहीं देने पड़े? किसी विधायक के पास तो नहीं जाना पड़ा?

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