वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी ने बड़े ही धमाके के साथ 6 मई 2017 को अपने नए इंग्लिश चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ को लॉन्च किया था। रिपब्लिक चैनल के जरिए अर्नब गोस्वामी भी जोरदार तरीके से वापसी कर चुके हैं। अर्नब ने आते ही अपने पहले शो में राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव और मोहम्मद शहाबुद्दीन के बीच बातचीत का एक टेप रिलीज कर सनसनी फैला दी।
लेकिन चैनल लॉन्च होने के मात्र 10 दिन के अंदर ही गोस्वामी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं, जिसकी वजह से उनका चैनल रिपब्लिक टीवी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। ताजे मामले में गोस्वामी पर जो आरोप लगे हैं वह काफी गंभीर है।
दरअसल, न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA) ने रिपब्लिक चैनल पर आरोप लगाया है कि उसने ज्यादा दर्शक को लाने के लिए अनैतिक रूप से वितरण रणनीति का सहारा लिया। इतना ही नहीं एनबीए ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया(ट्राई) को लेटर लिखकर आरोप लगाया कि रिपब्लिक ने मल्टी सिस्टम ऑपरेटर्स प्लेटफार्मों पर कई फीड्स चला रहा था।बता दें कि 2017 के ट्राई नोटिफिकेशन के मुताबिक, डिस्ट्रीब्यूटरों के लिए यह अनिवार्य है कि वे चैनलों को एक ही शैली में चलाएं। इतना ही नहीं टाइम्स नेटवर्क के सूत्रों के मुताबिक, चैनल लॉन्च होने के कुछ दिन बाद ही सभी कर्मचारियों को एक ई-मेल भेजा गया था, जिसमें टाइम्स नेटवर्क ने सभी को चेतावनी देते हुए कहा था कि वे सभी रिपब्लिक टीवी द्वारा किसी भी संभावित कदाचार से बचकर रहें और इसकी फौरन रिपोर्ट करें।
बता दें कि इससे पहले कभी एनबीए ने कथित व्यापार से संबंधित गलत तरीकों के लिए किसी चैनल के खिलाफ मामला नहीं उठाया है। एनबीए ने आरोप लगाया है कि अर्नब के चैनल को अलग-अलग जगहों पर विभिन्न तरीकों से सूचीबद्ध किया गया है। एनबीए ने रिपब्लिक चैनल के इस कदम को गैरकानूनी बताते हुए ट्राई से उसके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। एनबीए का कहना है कि रिपब्लिक टीवी पर कार्रवाई के बाद कोई अन्य चैनल भविष्य में इस तरह के कदम नहीं उठाएंगे।
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