VIDEO: हरियाणा का कुरुक्षेत्र सीट छोड़ने के बाद उद्योगपति नवीन जिंदल ने पंजाब में कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार कर कार्यकर्ताओं में भरा जोश

0

कांग्रेस नेता व देश के प्रमुख उद्योगपति नवीन जिंदल को हरियाणा के कुरुक्षेत्र के लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिला। बता दें कि, इस सीट पर 2014 में नवीन जिंदल चुनाव लड़े थे लेकिन वह हार गए थे। वहीं, अब नवीन जिंदल का एक वीडियो सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वह कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल सिंह के समर्थन में एक सभा को संबोधित करते हुए दिख रहें है।

नवीन जिंदल

कांग्रेस ने हरियाणा के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, इसलिए जिंदल को न केवल कुरुक्षेत्र में बल्कि अन्य सीटों पर भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए सक्रिय रूप से प्रचार करते देखा गया। इसी बीच, वह पंजाब में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते दिखे। कई लोग अपनी भव्यता के लिए उद्योगपति की प्रशंसा करते हैं।

जिंदल ने पंजाब के खन्ना जिले और मंडी गोविंदगढ़ में पूर्व आईएएस अधिकारी और फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेस उम्मीदवार डॉ अमर सिंह के लिए प्रचार किया।

उन्होंने मंडी में दर्शकों से कहा कि उनका परिवार हमेशा स्थानीय लोगों का आभारी रहेगा क्योंकि उन्होंने जिंदल स्टील ग्रुप के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि अविभाजित मध्य प्रदेश में वरिष्ठ नौकरशाह के रूप में काम करने वाले सिंह, उनके पिता ओपी जिंदल के लिए एक बड़ी मदद की थी। जो अब छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में स्टील प्लांट लगाने की कोशिश कर रहे थे।

जिंदल ने स्थानीय लोगों से कहा कि यदि वे इस लोकसभा चुनाव में डॉ अमर सिंह को अपने सांसद के रूप में चुनते हैं तो उन्हें बहुत खुशी होगी। उन्होंने कहा, “जब आप डॉ अमर सिंह का चुनाव करते हैं, तो ऐसा लगेगा कि आपने मुझे अपना सांसद चुना है।” उनकी टिप्पणियों को दर्शकों की भारी प्रशंसा मिली।

बाद में ‘जनता का रिपोर्टर’ से बात करते हुए स्थानीय निवासियों ने कहा कि उन्हें जिंदल से बहुत उम्मीदें थीं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि भारत के स्टील व्यवसायी मंडी गोविंदगढ़ के मृत उद्योग को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकते हैं।

बता दें कि, फतेहगढ़ साहिब में 19 मई को मतदान होगा, जबकि 23 मई को मतगणना होगी। 2014 में, यह सीट AAP के हरिंदर सिंह खालसा ने जीती थी, जिन्होंने कांग्रेस के साधु सिंह को 50,000 से अधिक मतों से हराया था।

Previous article1984 सिख विरोधी दंगे पर टिप्पणी को लेकर सैम पित्रोदा ने मांगी माफी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी दी सफाई
Next articleपश्चिम बंगाल: बीजेपी उम्मीदवार नीलांजन रॉय के खिलाफ पोक्सो का केस दर्ज, नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न का आरोप