बॉलीवुड म्यूजिक डायरेक्टर और ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ के पूर्व जज अनु मलिक को उनके ऊपर चल रहे सेक्शुअल हैरेसमेंट के केस में राहत मिल गई है। लंबे वक्त से सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप झेल रहे अनु मलिक के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने केस को बंद कर दिया है। महिला आयोग को अनु मलिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले इस वजह से उन्हें ये कदम उठाना पड़ा।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल कमिशन फॉर वीमेन (NCW) चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि ये केस फिर से ओपन हो सकता है अगर महिलाएं उनके खिलाफ सबूत लेकर आगे आती हैं तो। बता दें कि, ‘मी टू’ अभियान के दौरान कई महिलाओं ने अनु मलिक पर सेक्सुअल हैरेसेंट के आरोप लगाए थे। जिसकी वजह से उन्हें इंडियन ऑयडल शो भी छोड़ना पड़ा था।
अनु मलिक पिछले करीब दो साल से इस कॉन्ट्रोवर्सी से घिरे हुए हैं। मीटू मूवमेंट के भारत में आने के बाद अनु मलिक पर भी इल्जामों की झड़ी लग गई थी। मीटू कैंपेन के दौरान गायिका सोना मोहापात्रा ने अनु मलिक के ऊपर गई गंभीर आरोप लगाए थे। उस वक्त अनु मलिक ‘इंडियन आइडल सीजन 10’ के जज थे। इन आरोपों की वजह से उन्हें शो से बाहर कर दिया गया।
हालांकि, बाद में ‘इंडियन आइडल सीजन 11’ में भी अनु मलिक ने वापसी की। एक बार फिर से अनु मलिक के इंडियन आइडल के नए सीजन को जॉइन करने को लेकर बवाल किया गया और सोशल मीडिया पर उनके बारे में काफी कुछ लिखा गया। इसके बाद उन्होंने शो से खुद ही स्टेप डाउन कर लिया था।