उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व बहुजन समाजवादी पार्टी(बीएसपी) अध्यक्ष मायावती का दाहिना हाथ रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार(22 फरवरी) को कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया।
बता दें कि, दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुलाम नबी आजाद, राजबब्बर जैसे दिग्गजों की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामा। बता दें कि, नसीमुद्दीन के साथ उनके दर्जनों समर्थकों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
नसीमुद्दीन सिद्दकी, ओपी सिंह, लियाक़त अली, अच्छे लाल निषाद, अरशद खान, बेगम हुस्ना सिद्दकी सहित पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों और भारी संख्या में कार्यकर्ताओं का कांग्रेस पार्टी में स्वागत करते हैं : ग़ुलाम नबी आज़ाद
— Congress Live (@INCIndiaLive) February 22, 2018
बता दें कि, समाजवादी पार्टी(बीएसपी) मुखिया मायावती का दाहिना हाथ कहे जाने वाले पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी को ‘भ्रष्टाचार’ और ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ में संलिप्तता के आरोप में 10 मई 2017 को पार्टी से निकाल दिया गया। पार्टी से बाहर होने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर तमाम आरोप लगाए थे जबकि मायावती ने उनके ऊपर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पैसा लेने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया था।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा के बाद पिछले 10 महीनों से अपनी राजनितिक जमीन तलाश रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी के करीबियों ने बताया था कि, सिद्दीकी अब तक 3 बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर चुके हैं। पहली मुलाकात उन्होंने गुजरात चुनाव का रिजल्ट आने के बाद 28 दिसंबर 2017 को की थी। फिर जनवरी 2018 में एक मुलाकात हुई और आखिरी मुलाकात बीते 18 फरवरी को गुलाम नबी आजाद ने कराई थी। आखिरी मुलाकात में राहुल ने नसीमुद्दीन के पार्टी में आने की हामी भर दी थी।