बिहार के मुजफ्फरपुर के एक ‘बालिका गृह’ नाम के नारी निकेतन में मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण और हत्या के मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार को आड़े हाथों लिया है। बालिका गृह में बच्चियों से रेप के मामले में तेजस्वी ने कहा कि आखिर नीतीश कुमार की सरकार सीबीआई जांच की मंजूरी क्यों नहीं दे रही है।
तेजस्वी यादव ने दावा किया कि दरिंदा बलात्कारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दुलारा है, आँखों का तारा है। सुशील मोदी का सितारा है तभी तो नीतीश कुमार हाईकोर्ट मॉनिटर्ड सीबीआई जाँच की मंज़ूरी नहीं दे रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘बालिका गृह बलात्कार कांड की स्थितियों और कारवाई का जायज़ा लेने मुज़फ़्फ़रपुर जा रहा हूं।’
तेजस्वी यादव ने बुधवार(25 जुलाई) को इस मामले पर एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ऐसा नरपिशाच और दरिंदा बलात्कारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दुलारा है, आँखों का तारा है। सुशील मोदी का सितारा है तभी तो नीतीश कुमार हाईकोर्ट मॉनिटर्ड सीबीआई जाँच की मंज़ूरी नहीं दे रहे है। क्या माजरा है चाचा?’
ऐसा नरपिशाच और दरिंदा बलात्कारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दुलारा है, आँखों का तारा है। सुशील मोदी का सितारा है तभी तो नीतीश कुमार हाईकोर्ट मॉनिटर्ड सीबीआई जाँच की मंज़ूरी नहीं दे रहे है। क्या माजरा है चाचा? pic.twitter.com/4OVo0pikTA
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 25, 2018
तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘महागठबंधन के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की स्थितियों और कारवाई का जायज़ा लेने मुज़फ़्फ़रपुर जा रहा हूं। नीतीश कुमार का बलात्कारीयों साथ क्या संबंध है? क्यों CBI जाँच से भाग रहे है? क्यों घबरायें हुए है? किसका डर है?’
महागठबंधन के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की स्थितियों और कारवाई का जायज़ा लेने मुज़फ़्फ़रपुर जा रहा हूँ।
नीतीश कुमार का बलात्कारीयों साथ क्या संबंध है? क्यों CBI जाँच से भाग रहे है? क्यों घबरायें हुए है? किसका डर है?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 25, 2018
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर के एक ‘बालिका गृह’ नाम के नारी निकेतन में मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण और हत्या के आरोपों ने तूफान मचा दिया है। यौन शोषण के मामले की चिकित्सकीय पुष्टि होने के बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है। यह मामला मंगलवार (24 जुलाई) को लोकसभा और सोमवार (23 जुलाई) को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में भी गूंजा। इस मामले में पुलिस ने बालिका सुधार गृह के संचालक बृजेश ठाकुर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि इस मामले में 44 में से 21 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हो गई है। साथ ही यहां रहने वाली बच्चियों ने अपने एक साथी की हत्या होने का भी आरोप लगाया है। इस बीच इस मामले में हर रोज नए-नए सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यहां बच्चियों के साथ लंबे समय से रेप होने का आरोप लगा है। सरकारी सहायता प्राप्त के इस शेल्टर होम का नाम ‘बालिका गृह’ है, जो कि एक एनजीओ सेवा संकल्प एवं विकास समिति की ओर से चलाया जाता है। इसमें 44 लड़कियां रह रही थीं।
ऐसे हुआ खुलासा
मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की एक टीम ने राज्य के सभी बालिका गृहों का सोशल ऑडिट किया था। टीम ने 26 मई को उसकी रिपोर्ट बिहार सरकार और मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन को भेजी, जिसमें यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया। इसके बाद मुजफ्फरपुर महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज की और 10 लोग गिरफ्तार किए गए थे, मामले की जांच के बाद कई खुलासे हुए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने सोमवार को कहा कि यहां की 44 लड़कियों की चिकित्सकीय जांच के बाद 21 लड़कियों के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि इस नारी निकेतन में 40 से अधिक लड़कियां हैं और मेडिकल रिपोर्ट बताती हैं कि संभव है कि उनमें से आधे से अधिक के साथ कभी न कभी यौन संबंध बनाए गए हों।