देश में लगातार बढ़ती ईंधन की कीमतों को लेकर मोदी सरकार को चौतरफा आलोचनाओं को झेलना पड़ रहा है। सरकार और भाजपा नेताओं को आम जनता से लेकर विपक्ष तक के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि उपभोक्ताओं को राहत के लिए केंद्र सरकार राज्यों से पेट्रोल और डीजल पर मूल्यवर्धित कर (वैट) घटाने की अपील कर रही है।

बता दें कि, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी एक दिन की यात्रा पर 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के महासमुंद आए थे। इसे केंद्रीय योजना के तहत ‘आकांक्षी जिलों’ में रखा गया है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जा रहे ‘सामाजिक न्याय पखवाड़ा’ के तहत विभिन्न सरकारी योजनाओं की समीक्षा के लिए यहां आए थे।
पत्रकारों द्वारा पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास पेट्रोल और डीजल की कीमतों को नियंत्रण में रखने का है। इसी वजह से केंद्र ने पिछले साल पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाया था। केंद्र ने राज्यों से भी ऐसा करने को कहा था।’’
पुरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल पर वैट 24 प्रतिशत है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि इसे घटाकर 10 प्रतिशत किया जाता है, तो कीमतें स्वत: नीचे आ जाएंगी। जब खपत बढ़ रही हो, तो 10 प्रतिशत वैट भी काफी ज्यादा है।’’
पुरी ने इस बात का उल्लेख किया कि भाजपा शासित सभी राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाया है। ख़बरों के मुताबिक, पुरी जब छत्तीसगढ़ पहुंचे थे तो यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया था। यह विरोध तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर था। (इंपुट: भाषा के साथ)
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