केंद्रीय मंत्रिमंडल में रविवार(3 अगस्त) को तीसरा और संभवत: आखिरी फेरबदल का कार्यक्रम समाप्त हो गया है। मोदी मंत्रिमंडल में नौ नए मंत्रियों को शामिल किया गया है, जबकि चार मंत्रियों को मोदी मंत्रिमंडल में प्रमोशन मिला है। उन्हें राज्यमंत्री से कैबिनेट का दर्जा दिया गया है। खास बात यह है कि इस फेरबदल में किसी भी सहयोगी दल से मंत्री नहीं बनाया गया है। राष्ट्रपति भवन में शपथग्रहण समारोह आयोजित हुआ।
राज्यमंत्री पद की शपथ लेने वालों में पूर्व गृह सचिव और बीजेपी सांसद राजकुमार सिंह, मुंबई पुलिस के कमिश्नर और यूपी के बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह, शिव प्रताप शुक्ला, बिहार से बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चौबे, पूर्व आईएफएस अधिकारी हरदीप सिंह पुरी, अनंत कुमार हेगड़े, मध्यप्रदेश के वीरेंद्र कुमार, राजस्थान के गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व आईएएस अधिकारी केजे अल्फोंस शामिल हैं।
इसके अलावा मोदी मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों को प्रमोशन मिला है। प्रमोशन पाने वाले मंत्रियों में धर्मेंद प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं। इन चारों ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। मिशन-2019 के पहले सरकार के काम को बेहतर करने के लिए नौ नए चेहरों को शामिल करने का फैसला किया है।
इसमें प्रशासनिक क्षेत्र के अनुभवी लोगों से लेकर लंबे समय तक संगठन व राज्य सरकारों में मंत्री रहे नेता शामिल हैं। विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी हरदीप सिंह पुरी व पूर्व प्रशासनिक अधिकारी केजे अल्फोंस अभी किसी सदन के सदस्य नहीं है। मंत्रिमंडल फेरबदल में बीजेपी के सहयोगी दलों जेडीयू और शिवसेना से किसी को शामिल नहीं किया गया है।