बॉलीवुड के चार संघों और 35 से अधिक निर्माताओं ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर रिपब्लिक टीवी, अर्नब गोस्वामी और उनके सहयोगी प्रदीप भंडारी, अंग्रेजी समाचार चैंनल टाइम्स नाउ और उसके संपादकों राहुल शिवशंकर और नविका कुमार समेत कई अन्य को बॉलीवुड और इसके सदस्यों के खिलाफ गैर-जिम्मेदाराना, अपमानजनक टिप्पणी करने से रोकने की मांग की है।
याचिका दायर करने वालों में बॉलीवुड के कुछ सबसे बड़े नाम भी शामिल है। जिसमें शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान करण जौहर और अजय देवगन समेत कई बॉलीवुड सितारें है। उन्होंने फिल्म उद्योग के खिलाफ की जा रही गैर-जिम्मेदाराना, अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणियों पर अंकुश लगाने के लिए सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया।
गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाउ के खिलाफ याचिका दायर करने वालों में आदित्य चोपड़ा और फरहान अख्तर सहित बॉलीवुड के 38 प्रमुख नाम शामिल हैं। उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की कवरेज के दौरान बॉलीवुड को बदनाम करने के लिए ‘गंदगी’, और ‘ड्रग्स’ जैसे शब्दों पर कड़ी आपत्ति जताई है। याचिका में बॉलीवुड हस्तियों का मीडिया ट्रायल रोकने की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि चैनलों और साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को “बॉलीवुड और इसके सदस्यों के खिलाफ गैर-जिम्मेदार, अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणी करने या प्रकाशित करने से बचना चाहिए।” याचिका में यह भी कहा गया है कि उन्हें फिल्म हस्तियों का मीडिया ट्रायल चलाने और इंडस्ट्री के लोगों की गोपनीयता के अधिकार में हस्तक्षेप करने से रोका गया है।
बार और बेंच की वेबसाइट के मुताबिक, कोर्ट में याचिका डीएसके लीगल ने दायर की है। दलील में कहा गया है कि, ‘डिफेंडेंट्स द्वारा चलाए जा रहे स्मियर कैंपेन से बॉलीवुड से जुड़े लोगों की आजीविका बुरी तरह प्रभावित हो रही है। यह चल रही महामारी के अतिरिक्त है जिसके परिणामस्वरूप अत्यधिक राजस्व और काम के अवसर नुकसान हुए हैं। बॉलीवुड के सदस्यों की गोपनीयता पर हमला किया जा रहा है और उनकी प्रतिष्ठा को पूरे बॉलीवुड को अपराधियों के रूप में चित्रित करके, ड्रग कल्चर से जोड़ा जा रहा है, जिससे बॉलीवुड को क्षति हो रही है।”