सुप्रीम कोर्ट द्वारा देवेंद्र फडणवीस सरकार को महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार शाम तक बहुमत साबित करने का निर्देश देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा सरकार में ‘‘संवैधानिक मूल्य सुरक्षित नहीं हैं।’’
पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट ने जो भी फैसला दिया है उसका सम्मान होना चाहिए।’’ नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने यह भी कहा कि, ‘जिस तरह से केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में कदम उठाया है उससे साफ है कि मौजूदा शासन के हाथों में संवैधानिक मूल्य सुरक्षित नहीं हैं।’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति परीक्षण कराने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की मंगलवार को प्रशंसा की। पवार ने ट्वीट किया, ‘मैं लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संवैधानिक सिद्धातों को बरकरार रखने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय का आभारी हूं। यह खुशी की बात है कि महाराष्ट्र पर फैसला संविधान दिवस के मौके पर आया जो भारत रत्न डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर को एक श्रद्धांजलि है।’
I am grateful to Hon’ble SC for upholding democratic values and constitutional principles. It’s heartening that the Maharashtra Verdict came on the #ConstitutionDay, a Tribute to Bharatratna Dr. Babasaheb Ambedkar!
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 26, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार (26 नवंबर) को निर्देश दिया कि महाराष्ट्र विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए विश्वास मत बुधवार को कराया जाए। साथ ही अदालत ने राज्यपाल कोश्यारी को बुधवार को ही सभी निर्वाचित विधायकों को शपथ ग्रहण कराने का भी निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि संपूर्ण कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाएगा। साथ ही कहा कि विधानसभा में कोई गुप्त मतदान नहीं होगा।
न्यायमूर्ति एन वी रमण, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त से बचने के लिए यह जरूरी है। (इंपुट: भाषा के साथ)