यूपी: बजरंग दल के राह पर चला लखनऊ यूनिवर्सिटी, वैलेंटाइन डे पर कैंपस में छात्रों की एंट्री बैन

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बजरंग दल के राह पर चलते हुए अब उत्तर प्रदेश की लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा इस बार वैलेंटाइन डे (14 फरवरी) पर छात्र और छात्राओं के लिए एक नया फरमान जारी किया गया है। यूनिवर्सिटी में वैलेंटाइंन डे पर कैंपस में छात्र-छात्राओं की एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। परिसर में नोटिस चस्पा करके यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फरमान जारी की है। चेतावनी में साफ लिखा है कि अगर वे वैलेंटाइन डे वाले दिन यूनिवर्सिटी परिसर में घूमते पाए गए तो उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी द्वारा लेटर जारी कर हिदायत दी गई है कि वैलेंटाइन डे के दिन छात्र-छात्रा परिसर में बैठे पाए गए तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस दिन महाशिवरात्रि के चलते यूनिवर्सिटी में अवकाश घोषित कर दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर कोई इस दिन विश्वविद्यालय परिसर में घूमता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एक लेटर 10 फरवरी को जारी किया गया है।

लेटर में कहा गया है कि 14 फरवरी को यूनिवर्सिटी बंद रहेगी, न कोई प्रैक्टिकल क्लास होगी और न ही कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सभी छात्र-छात्राओं को निर्देशित किया जाता है कि उक्त दिन कोई भी यूनिवर्सिटी कैंपस में दिखाई न दे। इसके बाद भी अगर कोई अनावश्यक रूप से घूमता या बैठा दिखाई दिया तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

नवभारत टाइम्स के मुताबिक यह यह फरमान यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर विनोद सिंह ने जारी किया है। इसमें लिखा है कि पिछले कुछ वर्षों से ऐसा देखा गया है कि पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित होकर कुछ युवक 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाते हैं। इस परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय के परिसर में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं को सूचित किया जाता है कि 14 फरवरी 2018 को विश्वविद्यालय में महाशिवरात्रि का अवकाश है। ऐसे में परिसर के अंदर छात्र-छात्राओं का घूमना मना है।

रिपोर्ट के मुताबिक, नोटिस में लिखा है कि 14 फरवरी को विश्वविद्यालय पूरी तरह से बंद रहेगा। न तो इस दिन कोई अतिरिक्त कक्षाएं लगेंगी, न ही कोई प्रयोगात्मक परिक्षाएं होंगे। परिसर में इस दिन किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन को भी प्रतिबंधित किया गया है, इसलिए छात्र-छात्राओं को सख्त निर्देश दिए जाते हैं कि वे यूनिवर्सिटी कदापि न आएं।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक वहीं, यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने प्रशासन से सवाल पूछते हुए कहा कि, ”यह छोटी सोच का एक उदाहरण है। कह तो दिया गया कि उस दिन छुट्टी की घोषणा की है, लेकिन छात्रों को यूनिवर्सिटी कैंपस में प्रवेश नहीं करने के लिए कह देना सही नहीं है। अगर हम यूनिवर्सिटी में प्रवेश नहीं करेंगे, तो कौन करेगा?” इस मामले ‘जनता का रिपोर्टर’ ने विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी एन के पांडे से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

 

 

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