देश में मुख्यमंत्रियों की संपत्ति की बात करें तो इस समय चंद्रबाबू नायडू देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं, जबकि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के पास सबसे कम संपत्ति है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के पास 177 करोड़ रुपए की संपत्ति है, जबकि दूसरे नंबर पर अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू हैं जिनके पास 129 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
इसके बाद नंबर आता है पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का, जिनके पास 48 करोड़ रुपए की संपत्ति है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने सिर्फ 26 लाख रुपए की संपत्ति घोषित की है, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास 30 लाख और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पास 55 लाख रुपए की संपत्ति है।
वहीं, संपत्ति के बाद अगर देश के मुख्यमंत्रियों पर दर्ज आपराधिक केस की बात की जाए तो यहां भी काफी चौंकानेवाले आंकड़े हैं। आपराधिक रिकॉर्ड मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर सर्वाधिक 22 मामले दर्ज हैं। इनमें तीन गंभीर अपराध हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर अपराधों में चार गंभीर मामलों के साथ सबसे ऊपर हैं, हालांकि उन पर कुल 10 ही मामले दर्ज हैं।
राजनीतिक दलों पर निगाह रखने वाले संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने सोमवार (12 फरवरी) को देश के 31 (29 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश) मुख्यमंत्रियों पर एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में देश के सबसे अमीर और सबसे गरीब मुख्यमंत्रियों के बारे में भी बात की गई है। इसके अलावा रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कितने फीसदी मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर के नेशनल इलेक्शन वाच (न्यू) के साथ मिलकर किए गए आकलन के अनुसार भारत के करीब 35 प्रतिशत मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं और 81 फीसदी मुख्यमंत्री करोड़पति हैं। दोनों संगठनों ने देशभर में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा चुनावों के दौरान मौजूदा मुख्यमंत्रियों द्वारा स्वयं जमा किए गए हलफनामों का अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 ने स्वयं के खिलाफ आपराधिक मामले दायर होने की घोषणा की है। यह कुल संख्या का 35 फीसदी है। इसमें से 26 प्रतिशत के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी प्रकार 25 मुख्यमंत्रियों यानी 81 प्रतिशत करोड़पति हैं। इनमें से दो मुख्यमंत्रियों के पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
वहीं, एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच (न्यू) द्वारा 29 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों (कुल 31) के मुख्यमंत्रियों द्वारा दाखिल शपथ पत्रों के विश्लेषण में साफ हुआ है कि देश में तीन मुख्यमंत्री 12वीं पास हैं तो तीन मुख्यमंत्री 47 वर्ष से कम आयु के हैं। देशभर में केवल तीन राज्यों में मुख्यमंत्री पद पर महिलाएं आसीन हैं।