“आपको किसने बोला हमें समस्या का सामना करना पड़ रहा है”: सिंधु बॉर्डर पर स्थानिय नागरिक ने लाइव रिपोर्टिंग के दौरान ‘न्यूज़ नेशन’ के रिपोर्टर को किया शर्मिंदा, वीडियो वायरल

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मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से लगी सीमाओं पर जारी किसानों का प्रदर्शन आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है। किसानों के आंदोलन को लेकर नेशनल मीडिया तरह-तरह की रिपोर्टिंग दिखा रही हैं। इस बीच, सिंघू बॉर्डर पर लाइव रिपोर्टिंग के दौरान ‘न्यूज़ नेशन’ के रिपोर्टर को एक स्थानिय नागरिक ने ऐसा जवाब दिया कि उसकी बोलती बंद हो गई। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यूजर्स  रिपोर्टर को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।

सिंधु बॉर्डर

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि, सिंधु बॉर्डर से लाइव रिपोर्टिंग के दौरान ‘न्यूज़ नेशन’ का रिपोर्टर कहता है, “यहां पर जाम लगना शुरु हो चुका है, जिसके चलते सिंधु बॉर्डर के आसपास के लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिंधु बॉर्डर से ऑफिस जाने वाले लोग, यह फिर से यहां से किसी को कहीं भी जाने के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है।”

इस बीच, रिपोर्टर वहां से गुजर रहे एक स्थानिय नागरिक से पूछता है, “आप कहां जा रहे है।” इस पर वो रिपोर्टर से कहता है, “मैं तो कश्मीरी गेट जा रहा हूं।” इसके बाद वह स्थानिय नागरिक रिपोर्टर से सवाल पूछता है, “आपको किसने बोला हमें समस्या का सामना करना पड़ रहा है।”

इस वाक्य का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए रिपोर्टर को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।

वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, “ये जो पत्रकार है सीधे बीजेपी कार्यालय से आते है रिपोर्टिंग करने ओर जनता उनकी रिपोर्ट बना देती है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “पत्रकारिता का मजाक बना के रख दिया है इन लोगों ने।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती होना था, वह सत्ता के लिए अगरबत्ती हो गया।” इसी तरह तमाम यूजर्स इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।

गौरतलब है कि, पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य हिस्सों से आए हजारों किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद दो महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए।

 

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