बिजनौर: किसान आंदोलन के बीच ‘किसानों की आय दोगुनी’ का दावा कर प्रचार कर रहें BJP कार्यकर्ताओं को स्थानीय नागरिकों ने किया ‘बेनकाब’, जमकर सुनाई खरी-खोटी; वीडियो वायरल

0

केंद्र सरकार के विवादित नए कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहें किसानों के आंदोलन के बीच उत्तर प्रदेश में ‘किसानों की आय दोगुनी’ का दावा कर प्रचार कर रहें भाजपा के कार्यकर्ताओं को स्थानीय नागरिकों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान स्थानिय नागरिक लगातार भाजपा के कार्यकर्ताओं से पूछते रहे है कि ‘किसानों की आय दोगुनी’ कैसे हुई है, इसका कुछ फायदा बता दो, लेकिन वो उसके बारें कुछ नहीं बता पाएं। इस पूरे वाक्या का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा हैं। लोग वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा की जमकर आलोचना कर रहें हैं।

बिजनौर

सोशल मी़डिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि, कुछ लोग ‘किसानों की आय दोगुनी’ होने का दावा कर प्रचार कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि, प्रचार कर रहे लोग भाजपा के कार्यकर्ता है और यह वीडियो उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का हैं। वीडियो में दिख रहा है कि, सरकार के समर्थन में प्रचार कर रहे लोगों को स्थानिय नागरिक जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं।

इस दौरान स्थानिय नागरिक लगातार भाजपा के कार्यकर्ताओं से पूछते रहे है कि ‘किसानों की आय दोगुनी’ कैसे हुई है, इसका कुछ फायदा बता दो, लेकिन वो उसके बारें कुछ नहीं बता पाएं। इस पूरे वाक्या का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा हैं। लोग वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा की जमकर आलोचना कर रहें हैं।

गौरतलब है कि, कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्श कर रहें किसानों को लगभग हर तरफ से समर्थन मिल रहा है। सरकार और किसान संगठनों के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है। दूसरी ओर फिर से बातचीत शुरू हो इसके लिए किसान और सरकार दोनों तैयार है, लेकिन अभी तक बातचीत की टेबल पर नहीं आ पाए हैं।

Previous articleBabar, Aurangzeb, Shivaji: Trolls speculate new name for Taimur’s brother after Saif Ali Khan, Kareena Kapoor Khan blessed with new baby
Next article“Twitter has deleted your Patanjali promotional tweet”: Twitterati to Rajat Sharma as India TV founder’s tweets on Ramdev’s Coronil removed following complaints of fake news