भारतीय वायुसेना के लापता एएन-32 विमान का मलबा अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में देखा गया। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने मंगलवार को कहा कि अरुणाचल प्रदेश में तीन जून को 13 लोगों के साथ लापता हुए एएन-32 विमान के मलबे को देख लिया गया है।
भारतीय वायुसेना ने मंगलवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, “लापता एएन-32 के मलबे को आज देखा गया है। खोजे गए विस्तृत क्षेत्र में एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने 12,000 फुट की अनुमानित ऊंचाई पर टेटो के उत्तर-पूर्व में लीपो से 16 किलोमीटर उत्तर में मलबे को देखा।” हालांकि, वायुसेना का ध्यान विमान में मौजूद रहे 13 लोगों की वर्तमान स्थिति पता लगाने पर है।
The wreckage of the missing #An32 was spotted today 16 Kms North of Lipo, North East of Tato at an approximate elevation of 12000 ft by the #IAF Mi-17 Helicopter undertaking search in the expanded search zone..
— Indian Air Force (@IAF_MCC) June 11, 2019
इसी बीच, गुजरात के कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने विमान AN-32 गायब होने का चीन से कनेक्शन जोड़ते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की बात कह दी, जिस पर मोदी सरकार के मंत्री किरण रिजिजू ने जवाब दिया।
हार्दिक पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा, “चीन मुर्दाबाद था और मुर्दाबाद ही रहेगा। चीन को कहना चाहते है की हमारा विमान AN-32 और जवान वापिस करें। मोदी साहब चिंता मत करों, हम सब आपके साथ हैं। चीन पर सर्जिकल स्ट्राइक कीजिए और हमारे जवान को वापिस लाइए।”
हार्दिक पटेल के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ही घेर लिया। इसी बीच, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी हार्दिक पटेल पर तंज कसते हुए कहा कि, “आप कांग्रेस पार्टी के एक नेता है, क्या आपको पता है अरुणाचल प्रदेश कहां है?”
आप कांग्रेस पार्टी के एक नेता है, क्या आपको पता है अरुणाचल प्रदेश कहाँ है? https://t.co/RgkEa1ohRk
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) June 11, 2019
बता दें कि, परिवहन विमान ने तीन जून को असम के जोरहाट एयरबेस से अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी। आठ जून को, वायुसेना ने लापता विमान के स्थान का पता या इससे संबंधित जानकारी देने के लिए पांच लाख रुपये इनाम की घोषणा की थी। विमान में 13 लोग सवार थे।
रूस निर्मित विमान ने अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए 3 जून को 12 बजकर 27 मिनट पर असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी। जमीनी नियंत्रण कक्ष के साथ विमान का संपर्क दोपहर एक बजे टूट गया। विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे।
खराब मौसम के बावजूद भारतीय वायुसेना, थल सेना और स्थानीय प्रशासन का संयुक्त खोज अभियान जारी रहा। स्थानीय और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीमें सियांग जिले के आसपास के इलाकों की तलाश कर रही थी।