ग्रेटर नोएडा: JNU के नजीब अहमद की तरह अब शारदा विश्वविद्यालय में विवाद के बाद कश्मीरी छात्र लापता, 4 अक्टूबर को हुआ था हमला

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राजधानी दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय में बीते चार अक्टूबर को भारतीय और अफगानिस्तान के छात्रों के बीच हुए विवाद को लेकर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया था। दरअसल, शारदा विश्वविद्यालय में बीएमआईटी प्रथम वर्ष का 17 वर्षीय कश्मीरी छात्र एहतेशाम बिलाल को अफगानिस्तानी छात्र समझकर उसके साथ मारपीट की गई थी, हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आई थी, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।

उस वक्त गौतमबुद्ध नगर के DSP और ग्रेटर नोएडा-1 के CO अमित कुमार श्रीवास्तव ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से फोन पर बातचीत में कहा था, ‘शारदा विश्वविद्यालय में छात्रों के दो गुटों के बीच आपस में विवाद हुआ है। इस झड़प के दौरान एक 17 वर्षीय कश्मीरी छात्र एहतेशाम बिलाल को अफगानिस्तानी छात्र समझकर उसके साथ भी मारपीट हुई है। हालांकि छात्र को ज्यादा चोट नहीं आई है।’

इस बीच अब हैरान करने वाली खबर आई कि कश्मीरी छात्र एहतेशाम बिलाल संदिग्ध हालात में लापता हो गया है। बिलाल पिछले चार दिनों से लापता है। बिलाल वही छात्र है जो चार अक्टूबर को हुए विवाद व मारपीट के दौरान घायल हुआ था। विवि प्रशासन की सूचना पर पुलिस ने छात्र की गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू की है।

थाना नॉलेज पार्क के प्रभारी निरीक्षक अरविंद पाठक ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि मूल रूप से कश्मीर का रहने वाला बिलाल ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ता हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन पूर्व वह यूनिवर्सिटी से दिल्ली के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा। थाना प्रभारी ने बताया कि बिलाल के परिजन ने इस मामले में मंगलवार को थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आपको बता दें कि बिलाल की तरह ही जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नजीब अहमद भी ऐसे ही विवाद के बाद अक्टूबर 2016 में लापता हो गया था। जिसे दो साल बाद भी ढूंढ पाने में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भी नाकाम साबित हुई है। करीब दो साल से लापता नजीब का पता लगाने में नाकाम देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी CBI को दिल्ली हाईकोर्ट ने केस बंद करने की इजाजत दे दी है।

14 अक्टूबर की रात एबीवीपी से कथित रूप से जुड़े कुछ छात्रों के साथ कहासुनी के बाद नजीब 15 अक्टूबर, 2016 को जवाहर लाल विश्वविद्यालय के माही-मांडवी छात्रावास से लापता हो गया था। इसके बाद से ही नजीब को लेकर खोज जारी थी। मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी, लेकिन सीबीआई भी नजीब का पता लगाने में नाकामयाब साबित हुई। यह मामला पिछले दो सालों से लगातार सुर्खियों में बना रहा है।

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