अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने वाले आकाश के बचाव में उतरे पिता कैलाश विजयवर्गीय, बेटे को बताया ‘कच्‍चा खिलाड़ी’

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मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने के बहुचर्चित मामले में गिरफ्तार हुए भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को रविवार (30 जून) को जेल से रिहा कर दिया गया। इंदौर से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के रविवार सुबह जमानत पर जेल से बाहर आने पर उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया।

आकाश विजयवर्गीय के आवास के बाहर पुलिसकर्मियों को मिठाई बांटी गई। आकाश के पिता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय उन्हें लेने गए थे, जहां उनके समर्थकों ने उन्हें मालाएं पहनाईं और भारी जुलूस के साथ जश्न मनाते हुए उन्हें घर तक लाए। भोपाल की विशेष अदालत से शनिवार को जमानत मिलने के बाद विधायक आकाश विजयवर्गीय रविवार सुबह जेल से बाहर आ गए। इससे पहले शनिवार को जमानत मिलने के बाद आकाश के समर्थकों ने जश्न मनाते हुए जमकर हवाई फायरिंग की।

सरकारी अधिकारी की पिटाई मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को ‘कच्चा खिलाड़ी’ बताते हुए बचाव किया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है आकाश और नगर निगम के कमिश्नर दोनों पक्ष कच्चे खिलाड़ी हैं। यह एक बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बहुत बड़ा बना दिया गया।

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि दोनों ही पक्षों की ओर से इस मामले (इंदौर में जर्जर इमारत गिराने की कार्रवाई) को सही तरीके से नहीं निपटाया गया। आकाश जी भी और नगर निगम के कमिश्नर दोनों कच्चे खिलाड़ी हैं। यह एक बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बहुत बड़ा बना दिया गया।’

कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए, उन्हें जनप्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। मैंने इसकी कमी देखी है। दोनों को समझना चाहिए, ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। भाजपा महासचिव ने आगे कहा कि मैं पार्षद, मेयर और आवास विभाग का मंत्री रह चुका हूं। हमने कभी बारिश के दौरान किसी रिहायशी इमारत को नहीं गिराया। मैं नहीं जानता कि सरकार की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी किया गया है। अगर ऐसा हुआ है तो यह उनकी गलती है।

भाजपा विधायक ने पिछले सप्ताह नगर निगम के एक अधिकारी की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। आकाश को भोपाल की विशेष अदालत ने शनिवार को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए। इसके अलावा अदालत ने उन्हें एक अन्य मामले में भी जमानत दे दी है। रविवार सुबह बाहर आने के बाद आकाश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जेल में उनका समय अच्छा बीता है। साथ ही आकाश ने यह भी कहा कि वह जनता की सेवा करते रहेंगे।

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