प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर पाकिस्तान को सख्त संदेश देने के बाद अब मोदी सरकार के एक मंत्री ने पीओके में तिरंगा फहराने की बात कही है। पीएमओ में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि हमें पीओके के लोगों के साथ खड़े होने की जरूरत है।
जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘तिंरगा यात्रा की वास्तविक सफलता तब होगी, जब हम कोटली और मुजफ्फराबाद में तिरंगा फहरा सकेंगे क्योंकि यह दोनों इलाके पाक अधिकृत कश्मीर में आते हैं। इसके साथ ही हमें दुनिया का ध्यान पीओके में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन की ओर आकर्षित करने की जरूरत है।’
जितेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि हमारी नैतिक और राष्ट्रीय जिम्मेदारी है कि हम पीओके और गिलगित बल्तिस्तान के अपने साथियों के साथ खड़े हों।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को कश्मीर पर हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया था। तब उन्होंने साफ-साफ कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत का अभिन्न अंग है। साथ ही उन्होंने बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघन का मसला भी उठाया था।
मोदी के इस बयान का सुरक्षा विशेषज्ञों ने स्वागत किया था और इसे भारत की विदेश नीति में बदलाव के तौर पर रेखांकित किया था। उन्होंने कहा था कि पीओके पर मोदी का बयान अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय चर्चा दोनों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पीओके पर भारत का पक्ष कभी भी दुनिया के सामने सही तरीके से सामने नहीं आया था और यह महत्वपूर्ण है कि पीएम ने इस मामले पर बात रखी।