भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की वरिष्ठ अधिकारी भारती अरोड़ा ने निजी कारणों का हवाला देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का अनुरोध किया है और कहा है कि वह भगवान श्रीकृष्ण की सेवा में खुद को समर्पित करना चाहती हैं। अरोड़ा वर्तमान में हरियाणा के अंबाला रेंज की पुलिस महानिरीक्षक हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस महानिदेशक के माध्यम से मुख्य सचिव को लिखे पत्र में अरोड़ा ने कहा, ‘‘मैं 50 साल की आयु पूरी होने पर अखिल भारतीय सेवा नियमावली (डीसीआरबी), 1958 के तहत एक अगस्त, 2021 से प्रभावी सेवानिवृत्ति चाहती हूं और इसके लिए मैंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं जीवन के अंतिम लक्ष्य को पाना चाहती हूं। मैं गुरु नानक देव, चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई, सूफी संतों जैसे पवित्र संतों के दिखाए मार्ग पर चलना चाहती हूं और अपना शेष जीवन भगवान श्रीकृष्ण की प्रेमपूर्ण भक्ति सेवा में समर्पित करना चाहती हूं।’’
फोन से संपर्क किए जाने पर अरोड़ा ने पीटीआई (भाषा) को बताया कि उन्होंने हमेशा अपनी सेवा को अपने गौरव और जुनून के तौर पर लिया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 23 साल की सेवा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए विस्तार से कारण बताया है। बतौर आईपीएस अधिकारी अरोड़ा ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (रेलवे) के रूप में 2007 के समझौता एक्सप्रेस ट्रेन विस्फोट मामले की जांच में भूमिका निभाई थी। अप्रैल 2021 में पुलिस प्रशासन में फेरबदल के तहत उनका तबादला करनाल से अंबाला रेंज कर दिया गया।
अपने पत्र में अरोड़ा ने लिखा, ‘‘मेरी सेवा मेरा गौरव और जुनून रहा है। मुझे सेवा करने, सीखने और आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करने के लिए मैं इस सेवा (भारतीय पुलिस सेवा) की बहुत आभारी हूं। मुझे सही रास्ता दिखाने के लिए हरियाणा राज्य का आभार। आपसे मेरा विनम्र निवेदन है कि मेरे अनुरोध पर विचार करें और मुझे एक अगस्त से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेने की अनुमति प्रदान करें।’’