“ए मेरे वतन के लोगों” गाने के बारे में गलत जानकारी देने पर इंडियन आइडल के जज विशाल ददलानी ने मांगी माफी, अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सएप चैट मामले में चुप्पी साधने के लिए दक्षिणपंथी ट्रोल पर साधा निशाना

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बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर और इंडियन आइडल के जज विशाल ददलानी ने अपने उस बयान पर मांफी मांगी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत को लता मंगेशकर ने 1947 में नेहरू के लिए गाया था। इसके साथ ही विशाल ददलानी ने उन दक्षिणपंथी ट्रोल पर भी निशाना साधा है, जो अर्नब गोस्वामी के कथित व्हाट्सएप चैट पर चिप्पी साधे हुए है।

विशाल ददलानी

इंडियन आइडल के जज विशाल ददलानी ने सोमवार (25 जनवरी) को अपने ट्वीट में लिखा, “नेहरू के लिए गाए गए “ऐ मेरे वतन के लोगों” की तारीख में गड़बड़ी से कुछ दक्षिणपंथी मुझे नाराज दिखाई देते हैं। मैं अपनी त्रुटि के लिए माफी मांगता हूं।” ददलानी ने आगे कहा, “लेकिन इन कट्टर राष्ट्रवादियों ने एक बात नहीं कही जब #Chornab पुलवामा में 40 भारतीय सैनिकों की मौत को टीआरपी जीत के रूप में मना रहा था।”

दरअसल, ये मामला सोनी टीवी पर आ रहे रियलिटी शो ‘इंडियन आइडल’ के 12वें सीजन का है। रविवार को शो में एक प्रतिभागी ने ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाना गाया था। इस गीत के बाद प्रतिभागी की सराहना करते हुए विशाल ददलानी ने कहा, “ये गाना खुद लता मंगेशकर जी ने 73-74 वर्ष पहले 1947 में पंडित जवाहर लाल नेहरू के लिए गाया था, जब देश आज़ाद हुआ था। यह दुनिया का एकमात्र गाना है, जो सही मायनों में ऑल टाइम हिट है। लता जी की तरह तो ये गाना कोई नहीं गा सकता, इसकी धुन भी बहुत अच्छी बनाई गई है। लेकिन आपको इस कोशिश के लिए बधाई।”

दरअसल, इस गाने को 1962 के दौर में कवि प्रदीप ने लिखा था। इस गाने की धुन तब के मशहूर संगीतकार रहे सी. रामचंद्रन ने दी थी और लता मंगेशकर ने गाया था। कहा जाता है कि इसके पीछे का मकसद उस दौर में जब 1962 में चीन के विश्वासघात और उससे युद्ध में मिली हार के बाद भारतीयों का मनोबल बढ़ाना था, जो चीन के हमले और भारत की करारी हार के बाद गिर चुका था।

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