राफेल सौदे पर शुक्रवार (8 फरवरी) को अंग्रेजी के प्रतिष्ठित अखबार ‘द हिंदू’ के खुलासे से सत्ता पक्ष भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी नेताओं में तकरार बढ़ गई। अखबार ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने हस्तक्षेप किया था। इस पर निशाना साधते हुए विपक्ष ने मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की। हालांकि, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे खारिज करते हुए कहा कि यह गड़े मुर्दे उखाड़ने जैसा है।
‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के बाद मचे सियासी बवाल के बीच आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राफेल डील पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि राफेल सौदे के संबंध में ‘स्वतंत्र’ सीबीआई को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) पर छापा मारना चाहिए, फाइलें जब्त करनी चाहिए और गिरफ्तारी करनी चाहिए।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘राफेल पर आज के खुलासे को देखते हुए ‘स्वतंत्र’ सीबीआई को पीएमओ पर छापा मारना चाहिए, राफेल से जुड़ी सभी फाइलें जब्त कर लेनी चाहिए और गिरफ्तारी करनी चाहिए, जैसे उन्होंने मेरे और कोलकाता के पुलिस आयुक्त के दफ्तर एवं निवास पर छापेमारी की थी।’
In the light of today’s expose on Rafale, “independent” CBI shud raid PMO, seize all the files related to Rafale and make arrests just like they raided my office and residence and Kolkatta police commissioner.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 8, 2019
पीएम मोदी के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे संजय सिंह
इस बीच पीटीआई के मुताबिक आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि वह राफेल सौदे पर नए ‘खुलासे’ के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे। सिंह ने पिछले साल मुख्य सतर्कता आयुक्त (सीवीसी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) को लिखे अपने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि राफेल सौदे में ‘घोटाला’ होने की बात सबसे पहले उनकी पार्टी ने उठाई थी।
सिंह ने प्रेस कॉन्फेंस में आरोप लगाया, ‘अब सामने आई सच्चाई ने पीएम मोदी का असली चेहरा सामने रख दिया है। हम पहले दिन से कह रहे हैं कि 36,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।’ सिंह ने कहा कि वह मामले में सामने आ रहे नए ‘तथ्यों’ के साथ इस संबंध में मोदी के खिलाफ नॉर्थ एवेन्यू पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएंगे।
उन्होंने कहा, ‘अगर पुलिस मामला दर्ज नहीं करेगी, तो हम अदालत का रुख करेंगे।’ सिंह उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करवाने वालों में से एक थे, जिसमें राफेल सौदे में कथित ‘घोटाले’ की जांच की मांग की गई थी। वहीं, AAP से राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता ने सीबीआई से मांग की कि वह वे सभी दस्तावेज जब्त करे जिनका हवाला अंग्रेजी अखबार ने दिया है ताकि मामले की गंभीरता को कम करने के लिए कोई ‘छेड़छाड़’ न हो सके।
राफेल पर नए खुलासे से सनसनी
बता दें कि AAP ने यह हमला शुक्रवार को छपी अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ की एक रिपोर्ट पर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि भारत एवं फ्रांस के बीच 59,000 करोड़ रुपये के राफेल सौदे में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के ‘दखल’ पर रक्षा मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई है। अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय ने इसको लेकर आपत्ति जताई कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने राफेल विमान सौदे को लेकर फ्रांस के साथ समानांतर बातचीत की जिससे इस बातचीत में रक्षा मंत्रालय का पक्ष कमजोर हुआ।
खुलासे के बाद राहुल गांधी ने भी साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी राफेल मामले को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर तीखा हमला बोला और दावा किया कि मोदी ने सुप्रीम कोर्ट से सबूत छिपाया और अब वह जनता की अदालत में नहीं बच सकते। राहुल ने ‘द हिंदू’ की खबर की पृष्ठभूमि में यह भी आरोप लगाया कि इस विमान सौदे को लेकर मोदी ने फ्रांस के साथ समानांतर बातचीत कर रक्षा मंत्रालय के पक्ष को कमजोर किया और पूरी प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए अपने ‘मित्र’ अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का कांट्रैक्ट दिलवाया।
दूसरी तरफ, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण ने शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विपक्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों और निहित स्वार्थ से जुड़े तत्वों के हाथों में खेल रहा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चौकीदार ने राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट से सबूत छिपाया है। उसके कांड का कच्चा चिट्ठा अब देश देख चुका है। जनता की अदालत में वो बच नहीं सकता।’’
चौकीदार ने राफ़ेल मामले में सुप्रीम कोर्ट से सबूत छिपाया है| उसके कांड का कच्चा चिट्ठा अब देश देख चुका है| जनता की अदालत में वो बच नहीं पाएगा|#PakdaGayaModi pic.twitter.com/3juz8N6Ecu
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 8, 2019
इससे पहले उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कहा, ‘‘हम यह एक साल से कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री राफेल घोटाले में सीधे तौर पर शामिल हैं। अखबार की रिपोर्ट से साफ है कि प्रधानमंत्री फ्रांस के साथ समानांतर बातचीत कर रहे थे। मैं देश के युवाओं और रक्षा बलों से कहना चाहता हूं कि अब स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री ने प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए आपके 30 हजार करोड़ रुपये चुराए और अपने मित्र अनिल अंबानी को दे दिए। इसकी जांच होनी चाहिए।’’
गांधी ने कहा, ‘‘पहले फ्रांस्वा ओलांद (फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति) ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बोला था कि अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये का अनुबंध दिया जाए। अब रक्षा मंत्रालय कह रहा है कि प्रधानमंत्री ने चोरी की है। पूरा मामला एकदम स्पष्ट है।’ उन्होंने कहा, ‘‘वायुसेना के मेरे पायलट मित्रों, आप लोग समझ लो कि ये 30 हजार करोड़ रुपये आपके लिए इस्तेमाल हो सकते थे। उन्होंने ये पैसे अनिल अंबानी को दे दिए। अब साफ हो चुका है कि प्रधानमंत्री ने इस देश से चोरी की है। मैं कड़े शब्द इस्तेमाल नहीं करता, लेकिन करने को विवश हो रहा हूं कि भारत के प्रधानमंत्री चोर हैं।’’