आयकर विभाग के अधिकारियों ने कथित कर चोरी के मामले को लेकर सोमवार (4 जनवरी) को सुभाष चंद्रा के स्वामित्व वाले ज़ी समूह के करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, GST इंटेलिजेंस के डायरेक्ट्रेट जनरल ने कथित तौर पर टैक्स चोरी का डेटा इनकम टैक्स विभाग के साथ साझा किया था। उसी के आधार पर यह छापेमारी की गई हैं। आईटी विभाग मुंबई में ज़ी ग्रुप के कम से कम दो कार्यालयों में छापे मारे है। आयकर अधिकारियों की एक टीम लोअर परेल स्थित कार्यालय में सोमवार सुबह लगभग 11 बजे पहुँची थी।
बताया जा रहा है कि, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की यह छापेमारी कई घंटों तक चली। ख़बरों के मुताबिक, अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ के साथ ही फाइलें खंगाली गई। बता दें कि, सुभाष चंद्र 2016 में भाजपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने थे।
मीडिया कंपनी जी समूह के एक प्रवक्ता ने सोमवार को बयान में कहा कि कर विभाग के अधिकारियों ने हमारे कार्यालय आए और उन्होंने कुछ सवाल पूछे। हमारे अधिकारी मांगी जा रही सारी सूचनाएं उपलब्ध करा रहे हैं और पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। हालांकि, प्रवक्ता ने यह नहीं बताया कि तलाशी और पूछताछ उसके सिर्फ मुंबई कार्यालय में ही हो रही है या कहीं अन्य भी।
वहीं, आयकर विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह तलाशी जी के मुंबई और दिल्ली कार्यालयों में चल रही है। अधिकारी ने अधिक जानकारी देने से इनकार किया। जी समूह के संस्थापक सुभाष चंद्र राज्यसभा सदस्य हैं। समूह पिछले एक साल से नकदी संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहा है। समूह कर्ज चुकाने के लिये मुख्य कारोबार से अलग के व्यवसायों को बेच भी रहा है।