कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा द्वारा कथित रूप से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शीर्ष नेताओं को 1,800 करोड़ रुपये की रिश्वत दिए जाने के आरोपों के बीच आयकर विभाग ने शुक्रवार को स्पष्टीकरण जारी किया। विभाग ने कहा कि करीब डेढ़ साल पहले छापेमारी के दौरान कुछ खुले पन्ने मिले जो कि संदिग्ध हैं। ये पन्ने फोटोकॉपी हैं। इनमें लेनदेन का ब्योरा है और इसमें कुछ व्यक्तिगत लोगों के नाम है, लेकिन इसके मूल पन्ने उपलब्ध नहीं हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बयान जारी कर कहा कि 2 अगस्त, 2017 को छापेमारी के दौरान कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार से 2009 की कर्नाटक विधानसभा के डायरी के पन्नों की जेरॉक्स प्रति मिली। शिवकुमार ने आयकर विभाग को बताया कि ये बी एस येदियुरप्पा द्वारा लिखी गई डायरी के पन्ने हैं। इसमें येदियुरप्पा द्वारा विधायकों को दिए गए पैसे और विभिन्न नेताओं से प्राप्त पैसे का उल्लेख है। येदियुरप्पा ने यह डायरी उस समय लिखी जबकि वह सत्ता में थे।
द कारवां पत्रिका ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जिन लोगों को पैसा मिला है उनमें वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अलावा बीजेपी केंद्रीय समिति के सदस्य और राज्य के विधायक हैं।मैगजीन ने ‘द येदि डायरीज’ शीर्षक से एक रिपोर्ट में बताया कि येदियुरप्पा ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और नितिन गडकरी समेत पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं को 1,800 करोड़ रुपये दिए थे।
हालांकि, इन तीनों मंत्रियों से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिली है, लेकिन येदियुरप्पा ने इन आरोपों को घटिया और दुर्भावना से प्रेरित करार दिया हैं। बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने भी ट्वीट कर दावा किया है कि कांग्रेस ने जो लिखावट और हस्ताक्षर जारी किए हैं वे जाली हैं। साथ ही डायरी भी फर्जी है।
जेटली के तहत आने वाले सीबीडीटी ने कहा कि इन खुले पन्नों को सेंट्रल फारेंसिक साइंस लैबोरेटरी, हैदराबाद जांच के लिए भेजा गया था। जांच के बाद उसने कहा कि उसे इसकी मूल प्रति की जरूरत है। बयान में कहा गया है कि शिवकुमार ने इन पन्नों की मूल प्रति उपलब्ध नहीं कराई।
क्या है पूरी रिपोर्ट?
कारवां की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, न्यायाधीशों और वकीलों को 1,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया। रिपोर्ट के अनुसार, येदियुरप्पा के हाथ लिखी डायरी की प्रविष्टियों की प्रतियों से समाचार पत्रिका द कारवां ने पहुंच बनाई है, जिनमें वित्तमंत्री अरुण जेटली, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी व अन्य जैसे बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को 1,800 करोड़ से अधिक रकम देने का जिक्र किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, “डायरी के पृष्ठों की प्रतियों में जिक्र है कि येदियुरप्पा ने भाजपा की केंद्रीय समिति को 1,000 करोड़ रुपये दिए। उन्होंने वित्तमंत्री अरुण जेटली और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को 150-150 करोड़ रुपये दिए। उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को 100 करोड़ रुपये दिए और बीजेपी के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को 50-50 करोड़ रुपये दिए।”
इसके अलावा येदियुरप्पा ने गडकरी के पुत्र के विवाह के लिए 10 करोड़ रुपये दिए। डायरी की प्रविष्टियों के अनुसार, येदियुरप्पा ने 50 करोड़ रुपये अधिवक्ताओं को (मुकदमे की फीस के लिए भुगतान) दिए, लेकिन उनके नाम का उल्लेख नहीं किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि येदियुरप्पा ने कथित भुगतान का रिकॉर्ड कर्नाटक विधानसभा के विधायक की 2009 की डायरी में अपने हाथ से किया है। प्रविष्टियों की प्रतियां 2017 से आयकर विभाग के पास हैं।
बीजेपी नेताओं, न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं को किए गए भुगतान के संबंध में प्रविष्टियां 17 जनवरी 2009 की तारीख को पंक्तियों में लिखी गई हैं, जबकि भाजपा केंद्रीय समिति की प्रविष्टि 18 जनवरी 2009 की तारीख में पंक्तियों में लिखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डायरी में प्रविष्टियां उक्त तिथियों को लिखी गई हैं या बाद में यह स्पष्ट नहीं है। बता दें कि येदियुरप्पा मई 2008 से लेकर जुलाई 2011 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। (भाषा-आईएएनएस इनपुट के साथ)