टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के विलय का आज ऐलान कर दिया गया। कंपनी ने सोमवार को बताया कि उसके बोर्ड ने इस विलय-प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। इस मंजूरी के बाद दोनों अब देश के सबसे बड़े टेलीकॉम प्रोवाइडर के तौर पर जाने जाएंगे।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इस विलय के तहत वोडाफोन इंडिया और इसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लिमिटेड और आदित्य बिड़ला ग्रुप के आइडिया सेल्युलर का विलय हो जाएगा और नई कंपनी भारती एयरटेल को पछाड़कर देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन जाएगी।
मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, नई कंपनी में वोडाफोन के पास 45% हिस्सेदारी होगी। जबकि आइडिया के पास 26% हिस्सेदारी होगी। आगे जाकर आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन का हिस्सा बराबर हो जायेगा। आइडिया का वैल्युएशन 72,2000 करोड़ रुपया होगा। फाइलिंग के मुताबिक, एबी ग्रुप के पास 130 रुपये प्रति शेयर की दर से नयी कंपनी के 9.5 प्रतिशत खरीदने का अधिकार होगा।
वोडाफोन के कार्यकारियों ने 16 मार्च को एक बैठक में विलय संबंधी समीक्षा की थी. इसमें नयी कंपनी के मूल्यांकन पर भी विचार किया गया था, जिस हिसाब से दोनों पक्षों की हिस्सेदारी तय हुई।