प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गोरक्षकों द्वारा गुंडागर्दी को लेकर कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद राज्य सरकारें हरकत में आ गई हैं। फर्जी गोरक्षकों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सख्ती के बाद राज्य सरकारें भी फर्जी गोरक्षकों पर लगाम कसने के लिये कमर कस चुकी है।इसी कड़ी में हरियाणा सरकार की तरफ से फर्जी गोरक्षकों पर लगाम कसने के लिये अब गोरक्षकों को आई कार्ड पुलिस वेरिफिकेशन के बाद जारी करेगी। जिसके बाद उन्हीं गोरक्षकों को तब मान्य माना जाएगा। हरियाणा सरकार का मानना है कि गोरक्षा के नाम पर गोरक्षकों की गुंडागर्दी रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य होगा जो गोरक्षकों को आई कार्ड जारी करेगा। जी हां, इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, खट्टर सरकार का कहना है कि गोरक्षकों को आई-कार्ड जारी करने से फर्जी गोरक्षकों की पहचान आसानी हो जाएगी। सरकार की तरफ से गौरक्षकों को पुलिस वेरिफिकेशन के बाद आई कार्ड जारी किये जाएंगे, ताकि फर्जी गोरक्षकों पर शिकंजा कसा जा सके।
PM बोले- हिंसा करने के वाले गोरक्षकों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
बता दें कि एक पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार(16 जुलाई) को मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में गोरक्षा के नाम पर गोरक्षकों द्वारा गुंडागर्दी को लेकर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि गोरक्षा के नाम पर असामाजिक लोग हिंसा कर रहे हैं। ऐसे सभी लोगों के खिलाफ राज्य सरकारें कड़ी कार्रवाई करें।
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘गौरक्षा को कुछ असामाजिक तत्वों ने अराजकता फैलाने का माध्यम बना लिया है। इसका फायदा देश में सौहार्द बिगाड़ने में लगे लोग भी उठा रहे हैं। देश की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है। राज्य सरकारों को ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।’
मोदी ने कहा कि, ‘गाय को हमारे यहां मां मानते हैं, लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। लेकिन यह समझना होगा कि गौ रक्षा के लिए कानून हैं और इन्हें तोड़ना विकल्प नहीं है। कानून व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और जहां भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं, राज्य सरकारों को इनसे सख्ती से निपटना चाहिए।’
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘राज्य सरकारों को ये भी देखना चाहिए कि कहीं कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी का बदला तो नहीं ले रहे हैं। हम सभी राजनीतिक दलों को गौरक्षा के नाम पर हो रही इस गुंडागर्दी की कड़ी भर्त्सना करनी चाहिए।’