एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में एक मंदिर के पास हिंदू पुजारी के ऊपर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, न्यूयॉर्क के फ्लोरल पार्क में एक मंदिर के पास एक हिंदू पुजारी पर 52 वर्षीय शख्स ने हमला कर दिया। वह अपनी धार्मिक पोशाक पहने हुए थे। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अमेरिकी मीडिया ने एक खबर में यह जानकारी दी।

पीआईएक्स 11 समाचार चैनल ने खबर दी कि स्वामी हरीश चंद्र पुरी ने कहा कि गुरुवार को स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11 बजे वह अपनी धार्मिक पोशाक में शिव शक्ति पीठ के पास से गुजर रहे थे, जब पीछे से एक व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया। पुरी ने कहा कि उन्हें इतनी बुरी तरह से मारा गया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
पुरी का कहना है कि उन्हें बहुत बुरी तरह पीटा गया, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। चैनल ने खबर दी कि पुजारी के पूरे शरीर पर खरोंच के निशान थे। पुलिस ने हमले के संबंध में 52 वर्षीय सर्गियो गुएविया को गिरफ्तार किया है। उस पर हमले, उत्पीड़न और अवैध तरीके से हथियार रखने का आरोप लगा है।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं ये हमला घृणा अपराध से तो जुड़ा हुआ नहीं है। नियमित तौर पर मंदिर आने वाले कई लोगों का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि पुजारी को निशाना किया गया है। घटना के वक्त लोगों ने आरोपी को जोर से बोलते हुए भी सुना, वो बोल रहा था, “ये मेरा पड़ोस है।”
पुजारी पर यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस ट्वीट के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की चार कांग्रेसविमेन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इन चारों में से एक इलहान ओमार भी हैं। जिनका जन्म सोमालिया में हुआ था और अब वो अमेरिकी नागरिक हैं। ट्रंप ने अपनी ट्वीट में इन महिलाओं के लिए कहा था कि जहां से आई हैं, वहीं चली जाओ। ट्रंप की इस टिप्पणी की डेमोक्रेटिक पार्टी ने निंदा की है और इसे नस्लीय करार दिया है।