हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अपनी नियुक्ति के साढ़े चार महीने के भीतर बुधवार (27 मई) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बिंदल ने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के कथित मामले में समुचित जांच हो। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को भेजे त्यागपत्र में बिंदल ने कहा है कि वह नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि कुछ लोग राज्य के स्वास्थ्य निदेशक द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार में पार्टी का नाम घसीट रहे हैं। बता दें कि, विपक्षी दलों ने कोरोना महामारी के दौरान चिकित्सा उपकरणों की खरीद में भारी घोटाले का आरोप लगाया था।
राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने स्वास्थ्य सेवा के निदेशक अजय कुमार गुप्ता को 20 मई को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी तब हुई जब उनका 43 सेकेंड का एक ऑडियो रिकार्डिंग वायरल हुआ, जिसमें वह किसी व्यक्ति से कथित तौर पर पांच लाख रुपये घूस के लिए कह रहे थे। एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद गुप्ता को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा, ‘कथित भ्रष्टाचार की संपूर्ण जांच हो और किसी प्रकार का दबाव न हो, अत: मैं उच्च नैतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के पद से त्याग पत्र दे रहा हूं।’ उन्होंने लिखा, ‘हम सभी बिना किसी दबाव के कथित भ्रष्टाचार की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच चाहते हैं। मैं पूर्ण विश्वास से कह सकता हूं कि इस प्रकरण का भाजपा हिमाचल प्रदेश के साथ कोई लेना-देना नहीं है और भाजपा का दामन पाक साफ है।’
उन्होंने लिखा, ‘गत दिनों स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की कथित ऑडियो सीडी वायरल हुई जिसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए निदेशक, स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया व विजीलेंस विभाग पूर्ण जांच कर रहा है। इस मध्य चंद लोगों द्वारा अप्रत्यक्ष रुप से भाजपा की ओर उंगलियां उठाई गई।’
इस्तीफा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने कहा कि ‘‘भाजपा कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी स्वास्थ्य विभाग को भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं कर पाई।’’ प्रदेश कांग्रेस ने उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से मामले की जांच कराने की मांग की क्योंकि सतर्कता ब्यूरो द्वारा की जा रही जांच में उसे भरोसा नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने एक साझा बयान में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच भी भाजपा हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुए ”भ्रष्टाचार के पाप” से छुटकारा नहीं पा सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी इस पूरे मामले में अपनी नैतिक जिम्मेदारी से बचकर नहीं भाग सकते क्योंकि उनके पास स्वास्थ्य विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार था।
बता दें कि, 18 जनवरी 2020 को बिंदल औपचारिक रुप से राज्य भाजपा के अध्यक्ष घोषित किए गए थे। इस दौरान पार्टी के सचिव सुनील देवधर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे। उन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का करीबी माना जाता है। बिंदल ने सतपाल सत्ती की जगह ली थी जो नौ सालों से राज्य के पार्टी प्रमुख थे। (इंपुट: भाषा के साथ)