दिल्ली हिंसा: AAP पार्षद ताहिर हुसैन पर लगे अंकित शर्मा की हत्या के आरोप, BJP सांसद गौतम गंभीर बोले- केजरीवाल की खामोशी खतरनाक है

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भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गौतम गंभीर ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता पर दंगाइयों को पनाह देने, पेट्रोल बम फेंकने और इंटेलिजेंस ब्यूरो के जवान अंकित शर्मा की हत्या के आरोपों पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी को स्तब्ध करने वाला बताया है। बता दें कि, उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 पर पहुंच गई है।

गौतम गंभीर

सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें आप पार्षद ताहिर हुसैन के करावल नगर के चांद बाग स्थित मकान से दंगाइयों ने पत्थरबाजी और पेट्रोल बम फेंके हैं। वहीं, मृतक अंकित के परिवार ने ताहिर हुसैन और उसके समर्थकों पर हत्या कर लाश नाले में फेंक देने का आरोप लगाया है। गंभीर ने गुरुवार को ट्वीट किया और ताहिर हुसैन के मामले पर केजरीवाल के चुप्पी साधने को स्तब्ध करने वाला बताया है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘आईबी जवान अंकित शर्मा को मारकर लाश नाले में फेंक देना, घर में दंगाइयों को पनाह देना और पेट्रोल बम फेंकना ऐसे आरोप एक प्रतिनिधि पर लग रहे हैं। अगर ये साबित होता है, तो ताहिर हुसैन को ना जनता माफ करेगी, ना कानून और ना भगवान।’’ उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “अरविंद केजरीवाल आपकी खामोशी खतरनाक है।”

उधर, ताहिर हुसैन ने एक वीडियो जारी कर स्वयं को बेकसूर बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खबरों से पता चला कि एक व्यक्ति की हत्या का इल्जाम मुझ पर लगाया जा रहा है। ये झूठे और निराधार आरोप हैं। सुरक्षा की दृष्टि से मेरा परिवार और मैं पुलिस की मौजूदगी में सोमवार को ही अपने घर से चले गए थे।’’ हुसैन ने कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे निशाना बनाना गलत है। इससे मेरा और मेरे परिवार का कुछ लेना-देना नहीं है।’’

आप पार्टी सांसद संजय सिंह ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘ताहिर हुसैन ने बयान जारी किया है। उनके घर के भीतर जब भीड़ घुसी तो इसकी इत्तिला पुलिस को दी और स्वयं को बचाने के लिए गुहार लगाई। पुलिस आठ घंटे बाद पहुंची और उन्हें निकाला।’’ सिंह ने कहा, ‘‘कोई भी हो, किसी भी पार्टी का हो, कार्रवाई की जानी चाहिए।’’

गौरतलब है कि, आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा (26) के परिवार ने हत्या का आरोप हुसैन पर लगाया है। शर्मा मंगलवार को लापता हो गए थे। बुधवार को उनका शव उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित चांद बाग इलाके में उनके घर के पास एक नाले से मिला था। शर्मा के परिजनों ने दावा किया कि उनकी हत्या के पीछे स्थानीय पाषर्द और उसके साथियों का हाथ है। अंकित शर्मा के परिवार का आरोप है कि ताहिर हुसैन की छत पर जो भीड़ मौजूद थी उसमें से ही लोग अंकित को घसीटकर ले गए।

उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 पर पहुंच गई है। कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। दिल्ली हिंसा का मुद्दा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब चर्चा में है।

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