मोदी सरकार के केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है। शुक्ल ने बुधवार(11 अक्टूबर) को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राम मंदिर के नाम पर कभी भी चुनाव नहीं लड़ा है। सरकार राम मंदिर नहीं बना सकती है।
नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि भगवान राम हमारे साथ रहे हैं। मंदिर बनाने के लिए कोर्ट और आपसी समझौते से कोई फैसला निकलेगा, तब जाकर राम मंदिर बनेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप बुधवार को लखनऊ जाने से पहले उत्तर प्रदेश के बस्ती में मुड़घाट पर रुके थे। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विकास दर हमेशा बढ़ती और घटती रहती है। ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हुआ है। अभी जीएसटी लागू हुए 3 महीने ही हुए हैं। उसी के आधार पर धीरे-धीरे परिवर्तन हो रहा है। पूरा विश्व आज भारत के इस फैसले का लोहा मान रहा है।
अयोध्या के सरयू तट पर ‘भगवान राम’ की विशाल मूर्ति बनवाएगी योगी सरकार
बता दें कि योगी सरकार अयोध्या में सरयू नदी के पास भगवान राम की एक विशाल मूर्ति बनाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, योगी सरकार अयोध्या को पर्यटन मानचित्र पर भारने के लक्ष्य से सरयू तट पर भगवान राम की भव्य प्रतिमा की स्थापना करने समेत अनेक योजनाएं शुरू करने वाली है। इन वजहों से आध्यात्मिक नगरी में इस बार दीपावली बेहद खास और गहमागहमी भरी होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार(9 अक्टूबर) को राज्यपाल राम नाईक के समक्ष सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश कुमार अवस्थी द्वारा दिये गये ‘नया अयोध्या’ परियोजना के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि अयोध्या को पर्यटन मानचित्र पर भारने के लक्ष्य से सरयू तट पर भगवान राम की भव्य प्रतिमा का निर्माण पर्यटन विभाग कराएगा। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) से मंजूरी मिलने के बाद मूर्ति को सरयू घाट पर बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरकार इसके अलावा रामकथा गैलरी, सरयू तट का विकास, रानी हो के स्मारक घाटों का सुधार विशेषकर गुप्तार घाट, जहां भगवान राम ने जल समाधि ली थी, दिगम्बर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देश्यीय प्रेक्षागृह का निर्माण, राम की पौड़ी, पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा, पुलिस बूथ, आवागमन के साधन सहित अन्य नागरिक सुविधायें जैसे शौचालय तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था करेगी।
अवस्थी ने बताया कि अयोध्या को एक प्रमुख पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिये पर्यटन मंत्रालय को 195.89 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट डीपीआर भेजी गई थी, जिसके सापेक्ष रूपये 133.70 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर राज्य सरकार को दी गई है।